1990 के दशक में सक़लैन मुश्ताक पाकिस्तानी टीम के अहम अंग हुआ करते थे। वह पहले स्पिनर थे, जिन्होंने दूसरा गेंद का इजाद किया था। जिसके बाद मुथैया मुरलीधरन और हरभजन सिंह ने इसे अपना अचूक हथियार बनाया। सक्लेन ने बिना एक्शन बदले दूसरा गेंद से काफी विकेट लिए थे। उन्होंने मात्र 169 वनडे मैचों में 288 विकेट लिए थे। उनका औसत पर मैच 1.70 विकेट का था। सक्लेन डेथ ओवर में भी काफी प्रभावी रहे हैं। उनके पास बल्लेबाजों को आउट करने के कई तरीके थे। वह दिग्गज मुरलीधरन की वजह से विश्वक्रिकेट में उतने नहीं सराहे गये। लेकिन फिर भी वह अपने युग के महान स्पिनरों में से एक थे। आईपीएल में आर आश्विन, अमित मिश्रा और सुनील नरेन की सफलता को देखते हुए सक्लेन भी आईपीएल में काफी सफल साबित होते।
Edited by Staff Editor