यद्यपि भारत ने दुनिया को शीर्ष स्तर के कई बल्लेबाज़ और स्पिनर दिए हैं। लेकिन तेज गेंदबाज़ी में भारत थोड़ा पीछे रहा है। फिर भी जवागल श्रीनाथ भारत के बेहतरीन तेज गेंदबाज़ थे। जहाँ बहुत से तेज गेंदबाज़ आये और गये तो वहीं श्रीनाथ भारतीय क्रिकेट की सेवा तकरीबन एक दशक तक करते रहे। कपिल देव के संन्यास के बाद श्रीनाथ ने भारतीय तेज गेंदबाज़ी का नेतृत्व किया। उन्होंने साल 2003 के विश्वकप में भारतीय टीम की सफलता में अहम योगदान दिया। श्रीनाथ ने 229 मैचों में 315 विकेट लिए थे। वह कपिल देव के भारत के महान तेज गेंदबाज़ साबित हुए। अपना दिन होने पर कर्नाटक ये गेंदबाज़ किसी भी बल्लेबाज़ी कर्म को ध्वस्त कर सकता था। अपनी इनस्विंग और कटर से डेथ ओवर में कमाल के गेंदबाज़ साबित होते थे।
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