अगर लांस क्लूजनर 1999 में दक्षिण अफ्रीका के सेमीफाइनल में पहुँचने के हीरो थे, तो एलन डोनाल्ड का ऐन मौके पर रनआउट हो जाना प्रोटेस के लिए किसी सदमे से कम नहीं था। लेकिन इस वजह से डोनाल्ड का दक्षिण अफ़्रीकी क्रिकेट में जो योगदान था वह भुलाया नहीं जा सकता है। वह अपने युग के खतरनाक गेंदबाजों में शामिल थे। जैक्स कालिस और शान पोलाक के अपने चरम पर आने से पहले डोनाल्ड अफ़्रीकी टीम के मुख्य गेंदबाज़ सभी प्रारूपों में थे। उनके अंदर गेंद को दोनों तरफ मूव कराने की क्षमता थी। उनसे बल्लेबाज़ खौफ खाते थे। हालाँकि वह कई बार चोटिल भी हुए थे। लेकिन वह उससे उबरकर अच्छा प्रदर्शन करते रहे थे। डोनाल्ड को “द वाइट लाइटिंग” ने 164 वनडे मैचों में 272 विकेट लिए थे। उन्होंने हर मैच में 1।65 विकेट लिए थे। ऐसे में वह आईपीएल में किसी भी टीम के लिए फायदे का सौदा साबित होते।