डेमियन फ्लेमिंग ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी में बड़े ही शानदार अंदाज में किया था। उन्होंने दोनों प्रारूपों में 300 के करीब विकेट लिए थे। लेकिन उनका करियर चोटों से भरा रहा। जिसकी वजह से वह बहुत ही कम अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल पाए थे। फ्लेमिग ने 88 वनडे में 134 विकेट लिए थे। हालाँकि जब वह पूरी तरह से फिट होते थे, उनकी यॉर्कर बड़ी खतरनाक होती थी। लेकिन वह मैक्ग्रा की वजह से कम आंके गये थे। लेकिन फ्लेमिंग का प्रदर्शन लाजवाब होता था। फ्लेमिंग को 1999 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में आखिरी रोमांचक ओवर डाले जाने के लिए याद रखा जाता है। लांस क्लूजनर ने उनकी पहली दो गेंदों को सीमा के पार भेजा था। उसके बाद फ्लेमिंग ने दो डॉट गेंदें डाली और एलन डोनाल्ड को रनआउट कर दिया। फ्लेमिंग की क्षमता को देखते हुए वह आईपीएल के मुफीद खिलाड़ी साबित होते। खासकर वह वनडे में डेथ ओवर में बेहतरीन गेंदबाज़ी करते थे। जिसका कमाल आईपीएल में दभी देखने को मिलता।