मुरलीधरन की महानता की गवाही आंकड़े देते हैं। जब उन्होंने खेल को अलविदा कहा, तब तक वनडे और टेस्ट दोनों ही में सर्वाधिक विकेटों (534 और 800 क्रमशः) का रिकॉर्ड उनके नाम पर ही था। मुथैया मुरलीधरन की मौजूदगी में खेले गए 350 वनडे मैचों में श्रीलंका ने 202 में जीत हासिल की। इस दौरान मुरलीधरन ने 10,950 डिलिवरीज फेंकीं, जिनमें उन्होंने 6710 रन देकर 18.23 के औसत के साथ 368 विकेट चटकाए। इनमें 13 बार 4 विकेटों के और 9 बार 5 विकेटों के स्पेल शामिल हैं। मैक्ग्रा के बाद विश्व कप में सर्वाधिक विकेटों (68) का रिकॉर्ड मुरलीधरन के नाम पर ही है। हाल ही में, मुरलीधरन को आईसीसी के ‘हॉल ऑफ फेम’ में जगह दी गई है और यह सम्मान पाने वाले वह पहले श्रीलंकाई खिलाड़ी हैं। लेखकः सिद्धार्थ सिद्धू, अनुवादकः देवान्श अवस्थी