जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर (Brendan Taylor) पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) की भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने साढ़े तीन साल के लिए प्रतिबंध लगाया है। ICC की सजा के मुताबिक वह अगले साढ़े तीन साल तक किसी भी तरह के क्रिकेट में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। उन पर यह कार्रवाई भ्रष्टाचार (मैच फिक्स) से जुड़े मामले में शामिल होने पर की गई है। शुक्रवार को ICC ने बयान जारी कर कहा कि टेलर ने प्रतिबंध को स्वीकार कर लिया है और उनकी यह सजा 28 जनवरी 2022 से शुरू होगी।
टेलर ने इस हफ्ते की शुरुआत में ट्विटर पर यह खुलासा किया था कि उन्हें किसी भारतीय बिजनेसमैन ने अक्टूबर 2019 में भारत आने का न्यौता दिया था। वह भारत आए थे और एक बैठक के दौरान कोकीन का उपयोग किया था, जिसे कथित बिजनेसमैन ने फिल्मा दिया था। उस वीडियो का इस्तेमाल करके टेलर पर स्पॉट फिक्सिंग का दबाव बनाया गया था। इसके अलावा टेलर ने उस बिजनेसमैन से 5,000 डॉलर की रकम लेने की बात भी स्वीकार की थी। टेलर ने अपने लंबे बयान में कहा था कि भले ही उन्होंने मामले की सूचना देने में समय लिया, लेकिन वह बेईमान नहीं हैं। उन्होंने अपनी क्रिकेट ईमानदारी के साथ खेली है।
ICC ने टेलर पर चार नियम तोड़ने के तहत प्रतिबंध लगाया गया है। इसमें आर्टिकल 2.4.2, आर्टिकल 2.4.3, आर्टिकल 2.4.4 और आर्टिकल 2.4.7 शामिल हैं।
टेलर ने सितंबर 2021 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 17 साल लम्बे अंतरराष्ट्रीय करियर में 205 वनडे खेले, जिसमें 35.55 की औसत के साथ 6,684 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए सबसे अधिक 11 शतक और 39 अर्धशतक भी लगाए हैं। इसके अलावा उन्होंने 34 टेस्ट में जिम्बाब्वे का प्रतिनिधित्व किया है और 2,320 रन बनाए हैं। वहीं 45 टी-20 मैचों में छह अर्धशतकों की मदद से 934 रन बनाए हैं।