न्यूज़ीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकलम ने टेस्ट क्रिकेट को भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की है और वो चाहते हैं कि आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर तेज़ी से काम करे, जिससे टेस्ट के प्रति लोगों का लगाव बढ़े। मैकलम ने कहा "टेस्ट क्रिकेट के हालात सही हैं लेकिन कुछ हिस्सों में लोगों की रूचि टेस्ट क्रिकेट के प्रति कम हुई है। इसलिए टेस्ट क्रिकेट को फिर से पटरी पर लाने के लिए आईसीसी को टेस्ट चैंपियनशिप को जल्द से जल्द शुरू करना होगा"। मैकलम एमसीसी वर्ल्ड क्रिकेट कमिटी के कार्यक्रम में बोल रहे थे, वहां इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक ब्रेयरली ने भी दुनिया भर में टी20 लीग के प्रभाव के बारे में बात की। माइक ब्रेयरली ने कहा "अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में टीमों को अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को भेजना चाहिए। कमिटी इस बात से चिंतित है कि जिस तेजी से दुनिया भर में टी20 लीग का विस्तार हो रहा है, उससे जिन खिलाड़ियों को अपने देश से कम पैसे मिलते हैं वो अपने देश से ज्यादा इन लीग में खेलने पर ज्यादा ध्यान देते हैं"। दुनियाभर में आईपीएल के अलवा बिग बैश, कैरेबियन प्रीमियर लीग, पाकिस्तान सुपर लीग और नैटवेस्ट टी20 ब्लास्ट जैसे लीग हो रहे हैं।इसके अलावा जल्द ही दक्षिण अफ्रीका भी अपना ग्लोबल टी20 लीग शुरू करने जा रहा है। इनमें खेलने के लिए खिलाड़ियों को काफी पैसे मिलते हैं। खिलाड़ियों को अपने देश के लिए खेलने पर मिलने वाले पैसे को लेकर आज कल काफी घमासान चल रहा है। भारत और वेस्टइंडीज के सीरीज में वेस्टइंडीज के ज्यादातर बड़े खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले रहे है लेकिन वो ज्यादातर टी20 लीग में खेलते हुए नजर आ जाते हैं। वहीं नया कॉन्ट्रैक्ट ना मिलने से ऑस्ट्रेलिया के भी 230 खिलाड़ी अभी बेरोजगार हो गये हैं। इस सब के अलावा एबी डीविलियर्स का इंग्लैंड के खिलाफ हो रहे टेस्ट सीरीज में ना खेलने को माइक ब्रेयरली और मैकलम ने खतरे की घंटी बताया। मैकलम जो खुद संन्यास के बाद कई टी20 लीग में हिस्सा ले रहे हैं, उन्होंने माना कि आईसीसी को टेस्ट क्रिकेट को रोचक बनाने के लिए काम करना चाहिए, जिससे लोगों की रूचि इसमें बढ़े।