पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली एकदिवसीय मैचों में 2 नई गेंदों के इस्तेमाल को सही ठहराते हैं, जबकि पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने इस पर आपत्ति जताई थी। ब्रेट ली का कहना है कि 50 ओवरों वाले फॉर्मेट में दो गेंदों का इस्तेमाल बड़ा मुद्दा नहीं है। ब्रेट ली ने कहा कि एकदिवसीय प्रारूप में दोनों छोर से नई गेंदों के इस्तेमाल से गेंदबाजों को मदद मिलती है। उन्होंने कहा गेंदबाजों को केवल विकेट चाहिए, उन्हें उस पिच पर भी विकेट लेने होंगे जिस पर बल्लेबाज आसानी से 400 रन बना रहे हैं या 450 का स्कोर खड़ा कर पा रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि वनडे में एक या दो गेंदों के इस्तेमाल से कोई मुद्दा खड़ा हो सकता है। दो नई गेंदों का होना वनडे प्रारूप में गेंदबाजों को मदद दे सकता है। ली ने यह भी कहा कि वह वनडे क्रिकेट को वापस उसी स्थिति में देखना चाहते हैं, जब 250 से 280 के स्कोर को प्रतिस्पर्धी स्कोर माना जाता था।ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि दो गेंदों के इस्तेमाल का फायदा यह है कि ये रिवर्स स्विंग में परेशानी खड़ी नहीं करेंगी और यह आज के समय में गेंदबाजों का मुख्य हथियार है। गौरतलब है कुछ दिन पहले ही सचिन तेंदुलकर ने कहा था कि वनडे में दो नई गेंदों के इस्तेमाल से रिवर्स स्विंग गायब हो गई है और इसकी वजह से तेज गेंदबाजों को नुकसान हुआ है। तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा वनडे में दो गेंदों के इस्तेमाल के नियम को इस प्रारूप को बिगाड़ने की पहल करार दिया था। गौरतलब है आजकल एकदिवसीय क्रिकेट में काफी ज्यादा रन बन रहे हैं। कुछ दिन पहले ही इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 481 रनों का स्कोर बना डाला था। वहीं पहले के जमाने में 270 से 300 का स्कोर काफी चुनौतीपूर्ण माना जाता था लेकिन टी20 क्रिकेट आने के बाद से काफी ज्यादा स्कोर बनने लगे हैं।