दुनिया के मशहूर क्रिकेटर ब्रेट ली हाथ जोड़े, पीली पगड़ी पहने स्वर्ण मंदिर में नजर आए। उन्होंने यहां लंगर की सेवा भी की। इससे जुड़ा हुआ एक वीडियो ब्रेट ली ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा किया है। इस वीडियो में ब्रेट ली सरदारों की तरह पगड़ी पहने दिखाई दे रहे हैं।
ब्रेट ली ने इस वीडियो में पंजाब की जमकर तारीफ की है और उन्होंने कहा है कि ' पूरे विश्व में कहीं भी घूम लो, लेकिन भारत जैसी दूसरी जगह कहीं भी नहीं मिलेगी। ब्रेट ली संन्यास लेने के बाद से ही भारत में कई कार्यक्रमों के साथ जुड़े रहे हैं। बता दें कि ब्रेट ली अमृतसर के दौरे पर हैं। स्वर्ण मंदिर से पहले वे श्री गुरु रामदास यूनिर्वसटी ऑफ हैल्थ में पहुंचे। वह यहां न्यूबोर्न हियरिंग स्क्रीनिंग यूएनएचएस कार्यक्रम के संदर्भ में जागरूकता सेमिनार में शामिल होने आए थे। यहां उन्होंने अपनी जिंदगी का वो राज खोला, जिसे सुनकर सभी की आंखें नम हो गईं। ब्रेट ली ने बताया कि जिंदगी में एक बार उनके सामने ऐसा वक्त भी आया, जब वे बेटे प्रेस्टन की वजह से बेबस हो गए थे। प्रेस्टन जब पांच वर्ष का था तो ऊंचाई से गिरने की वजह से उसके सिर पर गंभीर चोट लग गई थी। इस हादसे में उसके एक कान की हड्डी क्षतिग्रस्त हो गई थी। सिर की चोटों का उपचार तो हो गया, लेकिन उसके सुनने की क्षमता चली गई। बात करने पर भी वह कोई प्रतिक्रिया नहीं देता था। ब्रेट ली ने कहा यह उनकी जिंदगी का बहुत ही दर्दनाक वक्त था। उन्होंने आगे कहा कि प्रेस्टन की सुनने की शक्ति आठ माह बाद अचानक वापस लौट आई। तब मैंने सोचा कि सुनने की क्षमता कितनी जरूरी है और इसके न होने से दुनिया में न जाने कितने लोग दर्द झेल रहे होंगे। मुझे लगा कि ऐसा दर्द सहने वालों के हित में कार्य किया जाना चाहिए। इस दिशा में काम करते हुए ही उन्होंने इस जागरूकता अभियान की शुरुआत की है।