बंगाल क्रिकेट संघ ने ऋद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। अब वह अन्य टीम से खेलने के लिए योग्य होंगे। उन्होंने बंगाल क्रिकेट टीम में नहीं खेलने का निर्णय लिया था। इसके साथ ही अब वह अधिकारिक रूप से भी बंगाल की टीम के सदस्य नहीं होंगे।
राज्य क्रिकेट संघ ने एक बयान में कहा कि श्री ऋद्धिमान साहा CAB आए और प्रेसिडेंट अविषेक डालमिया को एक आवेदन में एसोसिएशन से एनओसी मांगा। CAB ने श्री साहा के अनुरोध पर सहमति दी और उन्हें दूसरे राज्य के लिए खेलने के लिए NOC प्रदान की। इसके अलावा कैब ने उन्हें उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बंगाल से 122 मुकाबले खेलने वाले साहा के बारे में अभी स्थिति साफ नहीं है कि वह किस टीम के लिए खेलेंगे। भारतीय टीम से भी साहा बाहर चल रहे हैं। हाल ही में एक बयान में उन्होंने कहा था कि मैं नहीं समझता कि मुझे टीम इंडिया में फिर से शामिल किया जाएगा।
साहा ने व्यक्तिगत कारणों से 2021/22 रणजी ट्रॉफी के ग्रुप चरण के लिए खुद को अनुपलब्ध बताया था। यह कदम उस समय आया जब उन्हें मार्च में श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की घरेलू टेस्ट श्रृंखला के लिए भारत की टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने राहुल द्रविड़ से हुई बातचीत का खुलासा भी कर दिया था। उन्होंने कहा था कि भारतीय हेड कोच ने मुझसे रिटायरमेंट प्लान के बारे में सोचने के लिए कहा था। इन सब बातों के बीच बंगाल से भी उन्होंने खेलने से मना कर दिया था।
साहा को भारतीय टेस्ट टीम में शायद ही अब मौका मिल पाएगा क्योंकि ऋषभ पन्त और केएस भरत के रूप में दो खिलाड़ी पहले से ही इस स्थान के लिए मौजूद है।