जान जोखिम में डालकर अफगानिस्तान नहीं जा सकता : लालचंद राजपूत

Rahul

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने टीम के हेड कोच लालचंद राजपूत को कोच बने रहने पर आगे मंजूरी नहीं देते हुए उनके कोच पद के करार को खत्म करने का फैसला लिया है। एसीबी का कहना है कि लालचंद राजपूत को काबुल में रहते हुए टीम के साथ काम करना जरुरी है लेकिन राजपूत ने सुरक्षा का हवाला देते हुए काबुल में न रहने का फैसला किया है, इसलिए बोर्ड ने लालचंद राजपूत के अगस्त में खत्म हो रहे कोच के करार पर आगे के लिए मुहर नहीं लगाई है।

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक प्रेस रिलीज के दौरान यह कहा कि हम अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के हेड कोच लालचंद राजपूत के करार को आगे नहीं बढ़ा रहे हैं, जो इस साल अगस्त के महीने में खत्म हो रहा है। एसीबी लालचंद राजपूत का धन्यवाद करती है, उन्होंने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के लिए एक कोच की भूमिका में अपना बखुबी किरदार निभाया। एसीबी फ़िलहाल अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के लिए नए कोच की तलाश भी कर रही है।

अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के लिए अपने कोच पद के करार को लेकर लालचंद राजपूत ने एक निजी वेबसाईट से कहा, "एसीबी चाहता था कि मैं काबुल में रहकर अपने कोच पद की भूमिका निभाऊ लेकिन मैंने उनसे पहले भी कहा था कि वर्तमान समय में अफगानिस्तान में सुरक्षा को लेकर स्थिति ख़राब है इसलिए मैं वहां नहीं रह सकता। हमने अफगानिस्तान के लिए बहुत कुछ अच्छा किया है और हाल ही में टीम को टेस्ट क्रिकेट का दर्जा मिला है। यह बेहद ख़ुशी और गर्व करने वाली बात है।

लालचंद राजपूत के कोच पद के रहते हुए अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत कुछ हासिल किया, उन्होंने खेले गए पिछले 10 सीमित ओवर के मैचों में 6 में जीत हासिल की। साथ ही वेस्टइंडीज दौरा भी टीम के लिए सफल रहा और ज़िम्बाब्वे व बांग्लादेश के खिलाफ टीम ने जीत भी अर्जित की थी। राजपूत के कोच रहते हुए अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को टेस्ट क्रिकेट का दर्जा भी मिला।

फ़िलहाल सुरक्षा का हवाला देते हुए लालचंद राजपूत ने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को काबुल में कोचिंग देने से मना करने के साथ ही एसीबी ने उनके करार को आगे बढ़ाने से इंकार कर दिया है। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ सालो में अपने प्रदर्शन से क्रिकेट जगत में सभी को प्रभावित किया है। अब नए कोच के साथ अफगानिस्तान क्रिकेट टीम आगे क्या कर हासिल कर पाती है, यह देखना भी दिलचस्प रहेगा।