रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के इस 25 वार्षिए युवा लेग स्पिनर ने आईपीएल-9 में कमाल का प्रदर्शन किया है और अपनी टीम को क्वालिफ़ायर्स तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। इस गेंदबाज को साल 2014 के नीलामी में मात्र 10 लाख रुपये की कीमत पर खरीदा गया था। उनके इस बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए ज़िम्बावे दौरे के लिए टीम इंडिया में उनका चयन किया गया है और वह जून में होने वाली इस सीरीज़ में टीम का हिस्सा रहेंगे। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली के शानदार 919 रन और चहल की घातक गेंदबाजी करते हुए लिए गए 19 विकेटों की बदौलत उनकी टीम इस सीरीज़ में ज़बरदस्त उलटफेर करने में कामयाब रही है। इन सब के साथ साथ पर्पल कैप और औरेंज कैप के भी हकदार यही दोनों खिलाड़ी रहे हैं। अंक तालिका में नीचे के पायदान से सीधे छलांग लगाकर दूसरे स्थान पर पहुँच कर इस टीम ने सबको चौंका कर रख दिया है। टीम इंडिया में पहली बार जगह पाने के बाद चहल की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और इसके कारण उन्होंने अपनी खुशी ज़ाहिर करते हुए अपनी कामयाबी का राज़ भी बयां किया। चहल जो कि एक जूनियर अंतर्राष्ट्रीय चेस खिलाड़ी भी रह चुके हैं अपनी सफलता का राज़ कुछ इस अंदाज़ में सबके सामने कहा है, “चेस की मदद से मुझे बल्लेबाजों पर लगाम कसने की रणनीति बनाने में मदद मिलती है और जिसमें मैं अब तक काफी सफल भी रहा हूँ”। “चेस की मदद से मुझे बल्लेबाजों को अपने शिकंजे में फसाने का तरीका मिलता रहता है और तो और चेस के दाव पेंचों से भी मैं बहुत कुछ सीख पाता हूँ और बल्लेबाज़ की सोच से हमेशा एक कदम आगे रहता हूँ। चेस की ट्रेनिंग मुझे पिच पर एक जगह ध्यान लगाने में भी मदद करती है" ।