चैंपियंस ट्रॉफी का 8वां सीजन इंग्लैंड में खेला जा रहा है। लगातार दूसरी बार इंग्लैंड इस मिनी वर्ल्ड कप को होस्ट कर रहा है और वहां की परिस्थितियां बल्लेबाजों के अनुकूल मानी जा रही हैं। लगभग हर मैच में 300 या उससे ज्यादा रन बन रहे हैं। टूर्नामेंट में दुनिया की 8 बेस्ट वनडे टीमें हिस्सा ले रही हैं। सभी टीमों का अपना-अपना मजबूत पक्ष है लेकिन कुछ टीमें काफी मजबूत हैं और उन्हें खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। इन्ही में से एक टीम है साउथ अफ्रीका की जो काफी बढ़िया क्रिकेट खेल रहे हैं। हालांकि आईसीसी टूर्नामेंट में आकर दक्षिण अफ्रीका की टीम हमेशा बिखर जाती रही है। यही वजह है कि उनके नाम अभी तक कोई वर्ल्ड कप नहीं है। दक्षिण अफ्रीकी टीम के ऊपर चोकर्स का ठप्पा लगा हुआ है। मतलब टूर्नामेंट की फेवरिट टीम सेमीफाइनल या फाइनल में आकर बिखर जाती है। लेकिन इस बार एबी डिविलियर्स की अगुवाई में प्रोटियाज आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने को बेताब होंगे। इस बार अफ्रीका की टीम भी काफी बेहतरीन लग रही है। चैंपियंस ट्रॉफी से ठीक पहले दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड से 3 मैचों की वनडे सीरीज खेली जिसे वो 2-1 से हार गए लेकिन आखिरी मैच में उन्होंने 7 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। इससे पहले 1998 में दक्षिण अफ्रीका ने चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। तब इसे आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी के नाम से जाना जाता था। वो चैंपियंस ट्रॉफी का पहला सीजन भी था। तब से लेकर अब तक 19 साल हो गए हैं दक्षिण अफ्रीका ने कोई आईसीसी का टूर्नामेंट नहीं जीता है। लेकिन इस बार उनके पास एक अच्छा मौका है कि वो चैंपियंस ट्रॉफी जीतें। आइए जानते हैं वो 5 कारण। 1.हाल का वनडे फॉर्म काफी बेहतरीन पिछले कुछ समय से साउथ अफ्रीका की टीम काफी बेहतरीन क्रिकेट खेल रही है। सबसे पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को घरेलू सीरीज में 5-0 से हराया और उसके बाद श्रीलंका को भी व्हाइटवॉश किया। इसके बाद घर से बाहर 3-2 से न्यूजीलैंड को शिकस्त दी। सितंबर 2015 से साउथ अफ्रीका की टीम 4 लगातार वनडे सीरीज जीत चुकी है। अपने पिछले 20 मैचो में से उन्होंने 15 मैच जीते हैं। इसका मतलब ये है कि उनकी टीम काफी शानदार फॉर्म में है। 2. हाशिम अमला का फॉर्म साउथ अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला गजब की फॉर्म मे हैं। हाल ही में संपन्न हुए आईपीएल में उन्होंने 2 शतक लगाए और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 73, 24 और 55 रनों की पारी खेली। वनडे मैचो में अमला का औसत 50 का है और उनके नाम 24 शतक हैं। उन्होंने वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 7000 रन भी बनाए हैं। आईपीएल में 2 शतक लगाकर उन्होंने दिखा दिया कि वो टी-20 के भी बेहतरीन प्लेयर हैं और तेजी से रन बना सकते हैं। आईपीएल में उनका स्ट्राइक रेट 142 से भी ऊपर का रहा और किंग्स इलेवन पंजाब के लिए 10 पारियो में उन्होंने 420 रन बनाए। उनकी बल्लेबाजी से साउथ अफ्रीका को एक अच्छी शुरुआत मिलती है और वो अंत तक खड़े रहकर ज्यादा से ज्यादा रन बनाने की कोशिश करते हैं। 3. मजबूत मध्य क्रम साउथ अफ्रीका की मध्यक्रम की बल्लेबाजी काफी मजबूत है। फॉफ डू प्लेसी, एबी डिविलियर्स, जेपी डुमिनी, डेविड मिलर और क्रिस मॉरिस जैसे खिलाड़ी अकेले अपने दम पर कभी भी मैच का रुख पलटने में सक्षम हैं। एबी डिविलियर्स काफी विस्फोटक बल्लेबाज हैं जो कि 360 डिग्री से बल्लेबाजी करते हैं और डेविड मिलर भी लंबे-लंबे छक्के मारने में माहिर हैं। डुमिनी वनडे मैचो में पारी को संवारने में माहिर हैं और डू प्लेसी ने नंबर 3 पर लगातार अच्छी बल्लेबाजी की है। वहीं क्रिस मॉरिस आखिर की ओवरो में काफी आक्रामक बल्लेबाजी करते हैं। कुल मिलाकर अगर देखें तो साउथ अफ्रीका की मध्यक्रम की बल्लेबाजी टूर्नामेंट की 8 टीमों में सबसे बेहतर लग रही है। 4. अच्छे ऑलराउंडर और तेज गेंदबाज क्रिस मॉरिस, ड्वेन प्रीटोरियस और एंडिले जैसे ऑलराउंडरों के रुप में दक्षिण अफ्रीका के पास कुछ बड़े हार्ड हिटिंग ऑलराउंडर हैं। जो कि आखिर के ओवरो में आकर धुंआधार बल्लेबाजी कर सकते हैं। क्रिस मॉरिस तेजी से गेंदबाजी करते हैं और स्विंग भी काफी अच्छा कराते हैं। डेथ ओवरो में उनकी लेंथ काफी अच्छी रहती है। वहीं बल्लेबाजी करते हुए डेथ ओवरो में वो लंबे-लंबे छक्के मारते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले वेन पर्नेल ने ससेक्स के खिलाफ वॉर्म-अप मैच में ओपनिंग की और अर्धशतकीय पारी खेली। इसलिए वो भी आखिर के ओवरो में अच्छी बल्लेबाजी कर सकते हैं। वहीं कगिसो रबाडा की अगर बात करें तो वो इस वक्त गेंदबाजों की वनडे रैंकिंग में नंबर वन पर काबिज हैं। इसके अलावा टीम के पास मोर्ने मोर्कल के रुप में भी काफी बेहतरीन गेंदबाज हैं। हालांकि अगर साउथ अफ्रीका की टीम 3 ऑलराउंडरों के साथ उतरती है तो उसे मोर्ने मोर्कल को बाहर बैठाना पड़ेगा। लेकिन कुल मिलाकर अगर देखें तो प्रोटियाज की गेंदबाजी और उनके ऑलराउंडर काफी बेहतरीन हैं। 5. इमरान ताहिर के रुप में बेहतरीन गेंदबाज जून में इंग्लैंड की पिचें सूखी रहती हैं जिससे एक स्पिनर को टीम में शामिल करना पड़ता है। अगर आपके पास इमरान ताहिर जैसा गेंदबाज हो तो विरोधी टीम पर ज्यादा दबाव रहता है। उनकी रिस्ट स्पिन काफी कारगर साबित होती है। आईसीसी की वनडे रैंकिंग में इमरान ताहिर इस वक्त नंबर दो पर काबिज हैं। हाल ही में हुए आईपीएल में उन्होंने काफी अच्छी गेंदबाजी की थी। इस वक्त ताहिर शानदार फॉर्म में हैं और उनका टीम में होना साउथ अफ्रीका के लिए काफी कारगर साबित होगा क्योंकि वो एक विकेटटेकिंग गेंदबाज हैं। लेखक- उमैमा सईद अनुवादक-सावन गुप्ता