भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफ़ल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी को चेन्नई सुपर किंग्स कप्तान नहीं बनाना चाहती थी | हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में सीएसके के मुख्य चयनकर्ता वीबी चंद्रशेखर ने यह खुलासा किया कि 2008 में धोनी टीम की पसंद नहीं थ। महेंद्र सिंह धोनी की जगह उनकी टीम वीरेंदर सहवाग को लेना चाहती थी। 2008 में आईपीएल की नीलामी के दौरान धोनी को खरीदने के लिए बाकी सभी टीमों के मालिक इच्छा दिखा रहे थे | पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष और चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक श्री निवासन भी धोनी को टीम में नहीं लेना चाहते थे। मुख्य चयनकर्ता चंद्रशेखर ने कहा कि जब श्रीनिवासन ने मुझसे पूछा कि किस खिलाड़ी को लेना चाहिए तो मैंने कहा धोनी। जवाब सुनकर श्रीनिवासन ने पूछा सहवाग क्यों नहीं ? जिसके जवाब में मैंने कहा "सहवाग में वो बात नहीं जो बात धोनी में है। धोनी एक समर्थ खिलाड़ी हैं जो अपने दम पर अभी भी खेल का रुख़ बदल सकते है | जिसे सुनकर श्रीनिवासन ने बोला धोनी को ख़रीद लो।'' नीलामी के दिन जब सभी टीमें धोनी को ख़रीदने के लिए तैयार थी इस कारण श्रीनिवासन ने तय 1.1 लाख़ डॉलर कीमत बढ़ाकर 1 . 4 लाख डॉलर कर दी थी। धोनी पर बोली लगातार बढ़ते हुए देख किसी ने मुझसे बोला कि नीलामी 1. 8 लाख डॉलर तक पहुंचेगी और मैंने कहा की अगर 1.5 लाख डॉलर कीमत से अधिक हुए तो चेन्नई सुपर किंग्स धोनी को नहीं ख़रीदेगा। लेकिन अंत में धोनी को सीएसके ने 1.5 लाख डॉलर में ख़रीद लिया था। धोनी की काबिलियत से ही सीएसके हर साल आईपीएल में प्ले -ऑफ तक पहुँची है और चेन्नई सुपर किंग्स दो बार आईपीएल जीत भी गयी है। चेन्नई सुपर किंग्स इकलौती ऐसी टीम है जिसने आईपीएल ख़िताब की रक्षा की हो।