भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का मानना है कि वनडे के स्पेशलिस्ट बल्लेबाजों को काउंटी क्रिकेट खेलना चाहिए। पुजारा इस साल नाटिंघमशायर के लिए काउंटी क्रिकेट खेलते नजर आएंगे। उनके मुताबिक काउंटी क्रिकेट से खिलाड़ी के स्किल में काफी सुधार आता है, भले ही वो किसी और फॉर्मेट का खिलाड़ी हो। पुजारा से पूछा गया था कि क्या 2019 वर्ल्ड कप को देखते हुए वनडे खिलाड़ियों को भी काउंटी क्रिकेट खेलना चाहिए। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ना केवल 2019 वर्ल्ड कप बल्कि अपनी क्रिकेट में सुधार के लिए भी वनडे स्पेशलिस्ट प्लेयरों को काउंटी क्रिकेट खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि काउंटी का अनुभव काफी जरुरी होता है। चाहे वो वनडे हो या फिर टेस्ट जहां भी मौका मिले क्रिकेटरों को काउंटी खेलना चाहिए। चेतेश्वर पुजारा ने साल 2015 से काउंटी क्रिकेट खेलना शुरु किया था और ये उनका लगातार तीसरा सीजन है। पुजारा के मुताबिक काउंटी क्रिकेट खेलने का मतलब आपको उस पिच पर बल्लेबाजी का मौका मिलता है जिसपे गेंद सीम होता है और थोड़ा बाउंस होता है। इससे आपको काफी कुछ सीखने को मिलता है और तकनीक से इसका कोई मतलब नहीं होता है। पुजारा के मुताबिक जब आप अपने करियर में एक प्वॉइंट पर पहुंच जाते हैं तब तक आपकी तकनीक काफी कुछ सेट हो चुकी होती है। बस आपको सही तरह से खेलने की जरुरत होती है। चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय टीम के नए कोच रवि शास्त्री की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि वो खिलाड़ियों को आजादी देते हैं लेकिन ये भी सुनिश्चित करते हैं कि मैच से पहले खिलाड़ी पूरी तरह तैयार रहे। उन्होंने कहा कि शास्त्री खिलाड़ियों को अच्छी तरह से समझते हैं। पुजारा के अलावा एक और भारतीय खिलाड़ी भी इस सीजन में काउंटी क्रिकेट खेलेगा। रविचंद्रन अश्विन भी अपना पहला काउंटी चैंपियनशिप खेलते नजर आएंगे। अश्विन काउंटी चैंपियनशिप में वूरस्टरशायर के लिए खेलेंगे। उन्हे श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए आराम दिया गया है। काउंटी चैंपियनशिप में पुजारा और रविचंद्रन अश्विन का आमना-सामना भी हो सकता है। 5 सितंबर को पुजार की टीम नाटिंघमशायर और अश्विन की टीम वूरस्टरशायर के बीच मैच खेला जाएगा। दोनों प्लेयरों के इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलने से भारतीय टीम को काफी फायदा होगा क्योंकि अगले साल भारतीय टीम को इंग्लैंड का दौरा करना है। तब इनका अनुभव टीम के काफी काम आएगा। काउंटी क्रिकेट खेलने से पुजारा की बल्लेबाजी में काफी सुधार हुआ है और बैटिंग करते वक्त इसका असर साफ दिखता है। बैकवर्ड शॉर्ट लेग पर उनकी फील्डिंग भी काफी अच्छी हो गई है। भारतीय क्रिकेट फैंस यही उम्मीद करेंगे कि अश्विन को भी काउंटी क्रिकेट से फायदा मिले।