टर्बनेटर के नाम से मशहूर हुए ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने टेस्ट में 417 व वनडे क्रिकेट में 269 विकेट अपने नाम किये हैं। कोकाकोला कप में हरभजन ने 5 विकेट लिए थे। हालांकि फाइनल में वह थोड़े महंगे साबित हुए थे, लेकिन पोंटिंग को आउट करने में वह सफल रहे थे। हरभजन सिंह का करियर बेहद सफल रहा है, साल 2007 में टी-20 वर्ल्डकप व 2011 वनडे वर्ल्डकप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे हैं। भज्जी का नाम विवादों से भी जुड़ा, वह चाहे ऑस्ट्रेलिया में मंकी गेट कांड रहा हो या आईपीएल में श्रीसंत को थप्पड़ मारने की सुर्खियां रही हों। मौजूदा समय में वह टीम से बाहर चल रहे हैं, हालांकि घरेलू क्रिकेट में वह पंजाब की तरफ से खेल रहे हैं। हरविंदर सिंह अंडर 19 व भारत ए की तरफ से बेहतरीन पदर्शन करने वाले हरविंदर को भारतीय टीम में जगह मिली थी। लेकिन अपनी क्षमता के मुताबिक उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और उन्हें मात्र 3 विकेट कोकाकोला कप में मिले थे। हालांकि हरविंदर को भारत की तरफ से सिर्फ 16 वनडे व 3 टेस्ट मैच में ही खेलने का मौका मिला था। घरेलू क्रिकेट में वह 2008 तक एक्टिव रहे हैं। मौजूदा समय में वह कहां है, इसकी जानकारी पुख्ता नहीं मिल पाई है। वेंकटेश प्रसाद कोकाकोला कप में प्रसाद भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। 5 मैचों में उन्हें 9 विकेट मिले थे। उनसे एक एक विकेट आगे फ्लेमिंग थे। डिजर्ट स्टॉर्म मुकाबले में प्रसाद ने 41 रन देकर 2 विकेट लिए थे। जबकि फाइनल मैच में उन्होंने पोंटिंग को सस्ते में आउट करके पवेलियन भेज दिया था। इस मैच में उन्होंने 32 रन देकर 2 विकेट लिए थे। प्रसाद अपने समय के खतरनाक गेंदबाजों में से एक थे, उनकी गेंदों को बल्लेबाजों के लिए उतना आसान नहीं होता था। पाकिस्तान के खिलाफ 1999 में प्रसाद एक टेस्ट मैच में 33 रन देकर 6 विकेट लिए थे। इसके अलावा प्रसाद ने एक स्पेल ऐसे भी फेंका था, जब उन्होंने बिना रन दिए ही 5 विकेट लिए थे। साल 2003 में प्रसाद ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उसके बाद वह भारतीय अंडर 19 टीम के कोच बने। साल 2007 में प्रसाद बांग्लादेश दौरे पर गयी भारतीय टीम के गेंदबाज़ी कोच बने और आईपीएल में वह चेन्नई के साथ जुड़े रहे। लेखक-अरविन्द श्रीराम, अनुवादक-जितेन्द्र तिवारी