सीमित ओवर क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कहा कि कप्तान विराट कोहली ने उनमें जो विश्वास दिखाया, उससे उन्हें सफलता हासिल हुई है। उन्होंने कहा कि कोहली ने उन्हें आक्रमण करने को कहा और एक विश्वास दर्शाया, इससे उन्होंने विकेट लेने में मदद मिलने की बात भी कही।
युजवेंद्र ने कहा कि अगर मैं रन देकर विराट भाई को कुछ विकेट लेकर देता हूँ तो उनको कोई दिक्कत नहीं होती। टी20 क्रिकेट में उन्होंने मुझे कहा है कि अगर मैं चार ओवर में 35 रन देकर 3 या 4 विकेट लेता हूँ तो वो खुश हैं। आगे युजवेंद्र चहल ने कहा कि तिरुनंतपुरम में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टी20 में हमारी रणनीति रन नहीं देने की थी क्योंकि मैं आक्रमण करता तो फ्लाईट करानी पड़ती और विकेट मिलते या छक्के लग जाते। हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में युजवेंद्र चहल ने यह बातें कही है।
चहल ने कानपुर में कॉलिन मुनरो के खिलाफ गेंदबाजी का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे लगा कि वे खड़े होकर खेलना चाहेंगे और बीट भी हो हुए इसलिए मैंने उन्हें फ्लाईट कराना ही उचित समझा। चहल गूगली भी बेहद शानदार ढंग से करते हैं।
आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेलने वाले चहल ने अपनी गेंदों में बेहतरीन मिश्रण दिखाया है। ग्लेन मैक्सवेल और केन विलियमसन को उन्होंने ख़ासा परेशान किया है। विलियमसन को ऑफ़ स्टंप से बाहर गेंदबाजी करते हुए उन्होंने काफी परेशानी में डाला है। गेंदों mo मिडिल स्टंप पर डालने को लेकर चहल ने कहा कि इस पर हमारे कोचिंग स्टाफ ने काफी मदद की है, इसके अलावा मैदान पर धोनी भाई से मदद मिलती है और वे हर परिस्थिति को आसानी से पढ़ लेते हैं।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा से आने वाले चहल को पावरप्ले के दौरान गेंदबाजी करते हुए भी कोई समस्या नहीं होती। वे गेंदबाजी में विश्वास के साथ फ्लाईट कराते हुए बल्लेबाजों को चकमा देने में कामयाब रहते हैं और रन भी नहीं देते।