शतक बनाना एक ख़ुशी का लम्हा होता है, लेकिन दोहरा शतक बनाकर बल्लेबाज़ अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज कर लेता है। ये एक ऐसी उपलब्धि थी जिसे कुछ साल पहले तक किसी क्रिकेटर ने हासिल नहीं किया था।
1997 में भारत के खिलाफ खेलते हुए सईद अनवर ने 194 रन बनाए और इस रिकॉर्ड के करीब पहुंचे थे। फिर चार्ल्स कोवेंट्री ने उनकी बराबरी की, लेकिन ये कीर्तिमान बनाने वाले पहले खिलाडी है सचिन तेंदुलकर।
सभी रुकावटों को पार कर के, 2010 में सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक लगाया। एक बार उन्होंने शुरुआत कर दी तो आनेवाले समय में और चार बल्लेबाजों ने ये कारनामा कर दिखाया।
ऐसे ही चार बल्लेबाजों पर नज़र डालते हैं जो शायद कल वनडे में दोहरा शतक लगा दें:
#1 डेविड वार्नर
[caption id="attachment_16979" align="alignnone" width="594"] डेविड वार्नर[/caption]
वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले सभी ओपनिंग बल्लेबाज़ हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उन्हें ज्यादा गेंदे खेलने मिलती है। जब ऑस्ट्रेलिया के इस तूफानी बल्लेबाज़ का दिन होता है, तो इनकी बल्लेबाज़ी देखते बनती है।
2015 विश्व कप में अफ़ग़ानिस्तान के खिलाफ उनकी बल्लेबाज़ी देख के लगा जैसे वें दोहरा शतक बना देंगे, लेकिन 178 रनों पर वें आउट हो गए। वार्नर को मैथ्यू हैडन का उत्तराधिकारी माना जा सकता है, क्योंकि दोनों बल्लेबाज़ी करते समय गेंदबाज की फ़िक्र नहीं करते।
इस खिलाडी के अंदर क़ाबलियत कमाल की हैं। बल्लेबाज़ी करते समय उन्हें गियर बदलने बराबर आते हैं। इसलिए ये 29 वर्षीय खिलाडी खतरनाक स्पेल्स का सामना भी बड़े आसानी से कर सकता है। इसके साथ साथ वो स्पिन गेंदबाज़ी पर भी अच्छी बलेबाज़ी करते हैं।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाडी में भरी आक्रमकता भी इन्हें 200 रनों के लक्ष्य को पानेवाला एक प्रतियोगी बनाती है। फ़िलहाल वें क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में अपने बल्ले से जलवा दिखा रहे हैं। उम्मीद हैं वें क्रिस गेल क बाद दोहरा शतक बनाने वाले दूसरे बाएं हाथ के बल्लेबाज़ बने।