शाहिद आफ़रीदी और विवाद साथ साथ चलते हैं। यह पाकिस्तानी ऑलराउंडर क़रीब 20 साल से पाकिस्तान की टीम में है और हमेशा सुर्ख़ियों में बने रहे हैं। आफ़रीदी धुआंधार बल्लेबाज़ हैं और थोड़े दफे ही सही लेकिन अपने टीम के लिए मैच जिताऊ पारी खेल चुके हैं। आफ़रीदी उन खिलाडियों में से हैं जिनकी लापरवाही भरे सार्वजनिक बयान के चलते वह दर्शक और आलोचकों के ग़ुस्से का शिकार होते रहते हैं। कई बार वह ऐसा कोई बयान दे देते हैं, जिससे क्रिकेट वर्ग का एक खेमा नाराज़ हो जाता है। ये रहे 36 वर्षीय आफ़रीदी के कुछ विवादास्पद बयान:
#1 "भारतीयों का दिल हमारे दिल जितना बड़ा नहीं होता"
ICC वर्ल्ड कप 2011 के सेमीफ़ाइनल के बाद आफ़रीदी ने कहा कि भारतीयों का दिल पाकिस्तानियों के दिल की तरह बड़ा नहीं होता। "मेरी राय में अगर मैं सच कहूं तो भारतीयों का दिल हम पाकिस्तानियों के दिल की तरह बड़ा नहीं है। अल्लाह का दिया हुआ बड़ा और साफ़ दिल उनके पास नहीं है।" कइयों के साथ साथ युवराज सिंह और हरभजन सिंह ने उनके इस बयान पर प्रतिक्रिया दी। हरभजन ने कहा कि आफ़रीदी ने ऐसा कहकर भारतीय दर्शकों का दिल दुखाया है। युवराज ने मज़ाक में ये कहा कि पाकिस्तानी खिलाडियों ने बड़े दिल खोलकर कैच छोड़े और हमे मैच जीतने दिया।
#2 "शोएब अख्तर का सामना करते हुए मैंने सचिन को कांपते हुए देखा है"
अपनी आत्मकथा "Controversially Yours" में शोएब ने दावा किया था की सचिन उनकी गेंदों का सामना करने में असहज महसूस करते थे। अख्तर की इस टिप्पणी पर कई पूर्व और मौजूदा क्रिकेटर्स उनकी आलोचना की थी। इससे वह एक क्रिकटर की उपेक्षा कर रहे थे और PCB के प्रति उनका बैर दिख रहा था। आफ़रीदी अपने इस पूर्व साथी खिलाडी के समर्थन में आए और ये कहा कि उन्होंने खुद महान सचिन को अख्तर का सामना करने में कांपते हुए देखा है। "सचिन शोएब से डरते हैं। मैंने खुद उन्हें डरते हुए देखा है। मैं स्क्वायर लेग पर फील्डिंग कर रहा था और अख्तर की गेंद के पहले सचिन के पैर को कांपते हुए देखा।" हालांकि आफ़रीदी ने अपने इस दावें में किसी मैच का जिक्र नहीं किया।
#3 "थैंक्स टू माय नी***"
क्रिकेटर्स अच्छे वक्ता नहीं होते हैं और जिन खिलाडियों की पहली या दूसरी भाषा अंग्रेजी नहीं होती, उनकी हालत पोस्टमैच कॉन्फ्रेंस में ख़राब होती है। पिछले साल ICC वर्ल्ड कप के दौरान एडिलेड में हुए पाकिस्तान और आयरलैंड के मैच के बाद इंग्लिश कमेंटेटर मार्क निकोलस आफ़रीदी का इंटरव्यू ले रहे थे। तब उन्हें कुछ ऐसा सुनने को मिला जिसकी उन्हें कल्पना नहीं थी। लाइव टीवी शो में आफ़रीदी ने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जो नस्लीय थे और उनका इस्तेमाल लाइव टीवी पर नहीं किया जाना चाहिए था। वीडियो वायरल हो गया और इंटरनेट पर इसकी चर्चा होने लगी। अपने बचाव में अफरीदी ने एक ट्वीट किया, लेकिन इस ट्वीट को समझने में थोड़ी दिक्कत होगी। [embed]https://twitter.com/SAfridiOfficial/status/577376911657037824?ref_src=twsrc%5Etfw[/embed]
#4 "औरतें खाना अच्छा बनाती हैं"
क्रिकेट की लोकप्रियता के कारण और सही तरीके की मार्केटिंग और स्पोनेर्शिप के चलते महिलाओं का क्रिकेट भी काफी बढ़ रहा है। लेकिन दो साल पहले एक पाकिस्तानी चैनल के साथ इंटरव्यू में आफ़रीदी ने महिलाओं के क्रिकेट को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया। जब न्यूज़ एंकर ने आफ़रीदी से पेशवर में महिलाओं क्रिकेटर्स के बारे में उनकी राय पूछी तो आफ़रीदी हंस दिए और कहा,"हमारी महिलाओं के हाथों में स्वाद है और वे लज़ीज़ खाना बनाती हैं।" चार बेटियों के पिता की इस तरह की टिप्पणी ने महिला वर्ग और कइयों को नाराज़ कर दिया।
#5 "यहां पर कश्मीर से भी ढेर सारे लोग आएं हैं"
सालों से भारत और पाकिस्तान के बीच दुश्मनी चली आ रही है और हर बार इसमें शिकार क्रिकेट होता है। ICC वर्ल्ड टी-20 में पाकिस्तान का खेलना पहले तय नहीं था और अब इसपर नमक छिड़कते हुए आफ़रीदी ने कश्मीर का मुद्दा जोड़ दिया है। ज़ाहिर है इसपर आनेवाले कुछ दिनों तक विवाद ज़रूर होगा। मोहाली में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टी20 में होनेवाले मैच के पहले आफ़रीदी ने कश्मीर का मुद्दा उठा दिया है। रमीज़ राजा ने जब उनसे भारतीय दर्शकों द्वारा मिले समर्थन पर सवाल किया तो आफ़रीदी ने कहा: "जी हां, ढेर सारे, यहां पर ढेर सारे लोग कश्मीर से भी आएं हैं। कोलकाता के लोगों के समर्थन के लिए मैं उनका धन्यवाद देना चाहता हूं।" कुछ दिनों पहले आफ़रीदी ने अपने बयान में कहा था कि उन्हें पाकिस्तान से ज्यादा प्यार भारत में मिलता है। इसपर उनके देश में ही उनकी जमकर आलोचना हुई थी। लेखक: आद्य शर्मा, अनुवादक:सूर्यकांत त्रिपाठी