पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सलमान बट्ट ने एक चौंकाने वाली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें समझ में नहीं आता है कि लोग क्रिकेट (Cricket) को ओलंपिक में शामिल करने के लिए इतना बेसब्र क्यों रहते हैं। सलमान बट्ट के मुताबिक क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किए जाने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि पहले से ही ये खेल पूरी दुनिया में काफी लोकप्रिय है।
अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान सलमान बट्ट ने कहा कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट एंटरटेनमेंट के लिए अच्छा है लेकिन इसे ओलंपिक में शामिल करने का कोई तुक नहीं है। उन्होंने कहा,
क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किए जाने की क्या जरूरत है ? क्या एक स्पोर्ट के तौर पर क्रिकेट को पूरी दुनिया में पहचाना नहीं जाता है ? क्रिकेट को अभी तक ओलंपिक में शामिल नहीं किया गया है और ऐसा शायद फॉर्मेशन की वजह से है। कोई कहता है कि टी10 फॉर्मेट ओलंपिक के लिए सही है और अब ये कहा जा रहा है कि द हंड्रेड फॉर्मेट ओलंपिक में शामिल किया जा सकता है।
फ्रेंचाइजी क्रिकेट सिर्फ बिजनेस के लिए है - सलमान बट्ट
सलमान बट्ट के मुताबिक फ्रेंचाइजी क्रिकेट बिजनेसमैन के लिए होती है और उसके आधार पर क्रिकेट को ओलंपिक में भेजना सही नहीं है। उन्होंने आगे कहा,
फ्रेंचाइजी ऑर्नस अपना बिजनेस इससे चलाते हैं और इससे उन्हें नाम और पहचान मिलती है। भले ही उनके पास करोड़ों की संपत्ति हो लेकिन लोग उन्हें जानते नहीं हैं। क्रिकेटर्स, कोच और ब्रॉडकास्टर्स को भी इससे फायदा होता है लेकिन इस आधार पर ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करना सही नहीं है। एक फुटबॉल मैच 90 मिनट का होता है और क्रिकेट में एक पारी इतने समय में खत्म होती है। शॉर्टर फॉर्मेट एंटरटेनमेंट के लिए काफी है लेकिन मुझे समझ नहीं आता है कि ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किए जाने की क्या जरूरत है।
आपको बता दें कि ओलंपिक में क्रिकेट का खेल शामिल नहीं है। हालांकि काफी समय से क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किए जाने की मांग चल रही है और ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि भविष्य में ऐसा हो सकता है।