5. गौतम गंभीर ने “रैंक बदलने” का सवाल पूछा
[caption id="attachment_9076" align="alignnone" width="594"] गौतम गंभीर[/caption] जहां हार के साथ कड़वाहट आती है और गौतम गंभीर ने कड़वाहट के साथ कहा की भारत को ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के प्रभाव का सामना करने के लिए रैंक बदलने के लिए तैयार रहना चाहिए, वहीं उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया से 3-0 से 2011/12 के दौरे पर हार रही थी। ऐसे समय में यह एक सही टिप्पणी की और भारत की धरती पर इसका समर्थन भी हुआ। इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक की इंग्लैंड टीम ने भी अपने भारत दौरे पर इस चुनौती को स्वीकार किया, वहीं वो 1984/85 के बाद भारत में पहली सीरीज जीतने के लिए तैयार थे। चार मैचों की सीरीज की शुरूआत भारत की 9 विकेट के साथ जीत से हुई, पर इंग्लैंड ने मुंबई और कोलकाता में वापसी करते हुये 2-1 की बढ़त ले ली। फिर उन्होंने नागपुर में मजबूती दीवार बन कर सीरीज जीती। इंग्लैंड के ग्रीम स्वान और मोंटी पानेसर जी जोड़ी ने क्रमश: 20 और 17 विकेट चटके। स्वान के प्रयासों ने उन्हें प्रज्ञान ओझा के साथ सीरीज़ में सबसे ज्यादा विकेट लेने में पहले स्थान पर पहुंचा दिया। लेखक-एलियट कॉर्निश, अनुवादक-अदित्या शर्मा