दक्षिण अफ़्रीका के उमदा खिलाडी होने के बाद भी इनका नाम सदा ही ग़लत कारणों से याद रखा जाएगा। एक बढिया ऑल राउंडर और कप्तान होने के बाद भी 2000-2001 का मैच फ़िक्सिंग के आरोप ने उनकी इतने सालों की पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया। पूरी ज़िन्दगी भर का बैन होने के बाद भी वे अपने देश के 11वें सबसे पसंदीदा क्रिकेटर हैं। वे अपने खेल के एम्बेसडर थे और काफ़ी पसंद किए जाते थे। पर आज उन्हें खेल का द्रोही माना जाता है।
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