पूर्व भारतीय दिग्गज तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ (Javagal Srinath) ने रणजी क्रिकेट के महत्व को लेकर बात की है। श्रीनाथ का कहना है कि टेस्ट क्रिकेट किसी खिलाड़ी के लिए सबसे अहम होना चाहिए क्योंकि लाल गेंद की क्रिकेट से अच्छा होने वाला खिलाड़ी किसी भी फॉर्मेट में अच्छा हो सकता है। इसके अलावा उन्होंने कहा है कि क्रिकेट सिखाई जाने वाली चीज है और इसे बेचा नहीं जाना चाहिए। श्रीनाथ ने कहा,
रेड बॉल से अच्छी क्रिकेट खेलने वाला एक खिलाड़ी अपने खेल को किसी भी फॉर्मेट में शिफ्ट कर सकता है। कुछ ऐसी अकादमी हैं जिनके पास सही एटीट्यूड और लक्ष्य नहीं हैं और हमें उनसे सावधान रहने की जरूरत है। मैं प्राइवेट अकादमी के विरोध में नहीं हूं, लेकिन क्रिकेट को बेचा नहीं जाना चाहिए। इसे सिखाया जाना चाहिए।
"काफी बदल गई है क्रिकेट को लेकर खिलाड़ियों की सोच"- श्रीनाथ
श्रीनाथ का मानना है कि आज के समय में क्रिकेटर्स की इस खेल को लेकर सोच काफी बदल गई है। श्रीनाथ के मुताबिक उनके समय और आज के समय में काफी बदलाव आ गया है और अब के समय में खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट को उतनी प्राथमिकता नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा,
टेस्ट क्रिकेट के लिए रणजी ट्रॉफी काफी अहम है और जो खिलाड़ी लंबा फॉर्मेट खेलना चाहते हैं उन्हें इस लेवल पर खुद को संवारना होगा। यदि आप खेल से अच्छे से जुड़ना चाहते हैं को बड़ा फॉर्मेट आपकी मदद करेगा। हम लकी थे क्योंकि हमारा मुख्य लक्ष्य टेस्ट था और हम वनडे पर भी ध्यान नहीं देते थे। अब चीजें बदल गई हैं क्योंकि IPL काफी चैलेंजिंग है।
52 साल के श्रीनाथ ने भारत के लिए 67 टेस्ट और 229 वनडे मुकाबले खेले हैं। उन्होंने टेस्ट में 30.49 की औसत के साथ 236 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान 132 रन देकर 13 विकेट लेना उनका एक मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। वनडे में उन्होंने 28.09 की औसत के साथ 315 विकेट लिए हैं। 23 रन देकर पांच विकेट लेना उनका वनडे में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।