रोमानिया के इलफोव काउंटी में 29 अगस्त से 1 सितम्बर तक खेले गए कॉन्टिनेंटल टी20 कप के 11 मैचों में कई सारे विश्व रिकॉर्ड बन गए। मेजबान रोमानिया के अलावा ऑस्ट्रिया, चेक रिपब्लिक, लक्जेमबर्ग और तुर्की की टीमों ने टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। फाइनल में ऑस्ट्रिया ने चेक रिपब्लिक को 30 रनों से हराकर खिताब पर कब्ज़ा किया। टूर्नामेंट के सभी मैचों को अंतरराष्ट्रीय का दर्ज़ा प्राप्त था और इस वजह से टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलने वाली टीमों की संख्या 55 से बढ़कर 60 हो गई।
टूर्नामेंट के पहले दिन 29 अगस्त को पहले मैच में रोमानिया ने ऑस्ट्रिया को 31 रनों से हराया। दूसरे मैच में तुर्की की टीम सिर्फ 28 रनों पर ढेर हो गई और सबसे कम स्कोर का नया विश्व रिकॉर्ड बना। विपक्षी टीम लक्जेमबर्ग ने सिर्फ 3.1 ओवर में दो विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। तीसरे मैच में रोमानिया ने शिवकुमार पेरियालवार के धुआंधार 105* (40 गेंद) रनों की मदद से 226/6 का स्कोर बनाया और जवाब में तुर्की की टीम सिर्फ 53 रनों पर ढेर हो गई। रोमानिया ने 173 रनों से मैच जीतकर सबसे ज्यादा रनों से टी20 अंतरराष्ट्रीय जीतने का रिकॉर्ड बनाया।
दूसरे दिन 30 अगस्त को चौथे मैच में ऑस्ट्रिया ने चेक रिपब्लिक को आठ विकेट से हराया। पांचवें मैच में मेजबान रोमानिया ने लक्जेमबर्ग को सात विकेट से हराया। छठे मैच में चेक रिपब्लिक ने तुर्की को 257 रनों के अंतर से हराया और पिछले दिन रोमानिया द्वारा बनाये गए विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा। चेक रिपब्लिक ने सुदेश विक्रमसेकरा (36 गेंद 104*, 35 गेंदों में शतक के साथ रोहित शर्मा और डेविड मिलर के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी) के आतिशी शतक की मदद से 278/4 (अफगानिस्तान के सबसे बड़े स्कोर के रिकॉर्ड की बराबरी) का विशाल स्कोर बनाया, जिसके जवाब में तुर्की की टीम सिर्फ 21 रनों पर ढेर हो गई और पिछले दिन का खुद का ही रिकॉर्ड तोड़ दिया।
तीसरे दिन 31 अगस्त को सातवें मैच में ऑस्ट्रिया ने लक्जेमबर्ग को 135 रनों के बड़े अंतर से हराया। आठवें मैच में चेक रिपब्लिक ने रोमानिया को 6 विकेट से हराया। नौवें मैच में तुर्की सिर्फ 32 रनों पर ऑल आउट हो गई और ऑस्ट्रिया ने 104 गेंद शेष (नया विश्व रिकॉर्ड) रहते मैच 10 विकेट से जीत लिया।
1 सितम्बर को आखिरी राउंड रॉबिन मैच में चेक रिपब्लिक ने लक्जेमबर्ग को 6 विकेट से हराया और ऑस्ट्रिया के साथ फाइनल में प्रवेश किया। राउंड रॉबिन के बाद मेजबान रोमानिया के भी 6 अंक थे, लेकिन नेट रन रेट में वह ऑस्ट्रिया और चेक रिपब्लिक से पीछे रह गए।
फाइनल में ऑस्ट्रिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बिलाल ज़लमई (58 गेंद 111*) के धुआंधार शतक की मदद से 193/4 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में चेक रिपब्लिक 163 रन बनाकर ही ऑल आउट हो गई।
चेक रिपब्लिक के सुदेश विक्रमसेकरा ने सबसे ज्यादा 214 रन बनाये, वहीं ऑस्ट्रिया के बिलाल ज़लमई ने सबसे ज्यादा 9 विकेट लिए।
टूर्नामेंट में बने सभी विश्व रिकॉर्ड पर एक नज़र:
# सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड बराबर: चेक रिपब्लिक - 278/4 (अफगानिस्तान ने भी 278/3 का स्कोर बनाया था)
# सबसे कम स्कोर का विश्व रिकॉर्ड: तुर्की ने टी20 अंतरराष्ट्रीय ने तीन सबसे कम स्कोर का विश्व रिकॉर्ड बनाया। चेक रिपब्लिक के खिलाफ 21, लक्जेमबर्ग के खिलाफ 28 और ऑस्ट्रिया के खिलाफ 32 रन बनाकर ऑल आउट। इस टूर्नामेंट से पहले सबसे कम स्कोर का रिकॉर्ड नीदरलैंड्स (39) के नाम दर्ज़ था।
# 257 रन: चेक रिपब्लिक ने तुर्की को रिकॉर्ड अंतर से हराया। इससे पहले इसी टूर्नामेंट में रोमानिया ने तुर्की को 173 रनों से हराया था। इस टूर्नामेंट से पहले सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड श्रीलंका (172 रन vs केन्या, 2007) के नाम दर्ज़ था।
# ऑस्ट्रिया ने 104 गेंद शेष रहते जीत दर्ज़ की और यह एक विश्व रिकॉर्ड है। इससे पहले लक्जेमबर्ग ने 101 गेंद शेष रहते जीत हासिल की थी। इस टूर्नामेंट से पहले विश्व रिकॉर्ड 97 गेंदों का था, जब नामीबिया ने मई 2019 में बोत्सवाना को हराया था।
# लक्जेमबर्ग-तुर्की मैच में कुल मिलाकर 57 रन बने और यह भी एक विश्व रिकॉर्ड है। इससे पहले रिकॉर्ड 79 रनों का था, जो 2014 वर्ल्ड टी20 में नीदरलैंड्स-श्रीलंका मैच में बना था।
# चेक रिपब्लिक के सुदेश विक्रमसेकरा ने तुर्की के खिलाफ 35 गेंदों में शतक बनाया और डेविड मिलर एवं रोहित शर्मा के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की।
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