5 ऐसे मौके जब पुछल्ले बल्लेबाजों ने टेस्ट में अपनी बल्लेबाज़ी से सबको चौंकाया

टेस्ट क्रिकेट देखना काफ़ी दिलचस्प होता है क्योंकि मैच का रुख पलटता रहता है। मैच में रोमांच तब और भी बढ़ जाता है जब निचले क्रम के बल्लेबाज़ अपने शानदार खेल से दर्शकों का मनोरंजन करते हैं। टेस्ट क्रिकेट के कुछ ऐसे नामी-गिरामी गेंदबाज़ हैं जिन्होंने अपनी शानदार बल्लेबाज़ी से मैच में लुत्फ़ बढ़ाया था, ऐसे खिलाड़ियों में मुथैया मुरलीधरन, कर्टनी वॉल्स, ग्लेन मैक्ग्रा का नाम शामिल है। कई मौकों पर इन खिलाड़ी ने मैदान में ऐसे शॉट लगाए जिसकी वजह से इन्हें ख़ूब वाहवाही मिली थी। यहां हम ऐसे ही कुछ निचले क्रम के बल्लेबाज़ों के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में शानदार शॉट लगाए हैं। #1. क्रिस मार्टिन

youtube-cover

टेस्ट क्रिकेट में क्रिस मार्टिन का प्रदर्शन एक बल्लेबाज़ के तौर पर काफ़ी ख़राब रहा है, क्योंकि उनके नाम कुछ ऐसे बुरे रिकॉर्ड हैं जिसे वो कभी याद नहीं रखना चाहेंगे। उनके नाम 7 टेस्ट मैचेज़ में 14 बार शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड रहा है, ये टेस्ट क्रिकेट की सबसे ख़राब बल्लेबाज़ी का रिकॉर्ड है। ऐसा करने वाले वो टेस्ट क्रिकेट इतिहास में दूसरे बल्लेबाज़ हैं, इससे पहले ये रिकॉर्ड सिर्फ़ बीएस चंद्रशेखर के नाम था। दिलचस्प बात ये है कि टेस्ट क्रिकेट करियर में इन दोनों बल्लेबाज़ों के विकेट की संख्या उनके रनों की संख्या से ज़्यादा है। मार्टिन ने टेस्ट क्रिकेट करियर में 123 रन बनाए हैं और 233 विकेट लिए हैं, वो न्यूज़ीलैंड के तीसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले टेस्ट गेंदबाज़ हैं। एक बार जब न्यूज़ीलैंड का सामना ऑस्ट्रेलिया से हो रहा था और कीवी टीम हार की कगार पर थी। न्यूज़ीलैंड का स्कोर 295 था तब क्रिस मार्टिन ने मिशेल जॉनसन की गेंद पर शानदार कवर ड्राइव लगाया था। मार्टिन के इस शानदार शॉट से न सिर्फ़ स्टेडियम में मौजूद दर्शक बल्कि कॉमेंटेटर्स भी भौचक्के रह गए थे। क्रीज़ के दूसरी तरफ़ मौजूद टिम साउदी ने भी इस शॉट का लुत्फ़ उठाया था। #2. ब्रेट ली [embed]https://www.youtube.com/watch?v=TNkrD95WfmE&feature=youtu.be[/embed] ब्रेट ली को एक ख़तरनाक तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर जाना जाता था क्योंकि वो अपने पेस अटैक से बल्लेबाज़ों के दिलों में ख़ौफ़ पैदा कर देते थे। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 310 विकेट और वनडे में 380 विकेट हासिल किए हैं। एक बल्लेबाज़ के तौर पर वो कंगारू टीम में हमेशा निचले क्रम में खेलते थे, लेकिन गेंद को बाउंड्री के पार पहुंचाने में माहिर थे। जब वेस्टइंडीज़ की टीम साल 2005 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर आई थी, तब ब्रेट ली ने डेरेन पॉवेल की गेंद को ब्रिस्बेन के गाबा स्टेडिम के पार पहुंचा दिया था। इस छक्के की दूरी 143 मीटर थी जो टेस्ट क्रिकेट इतिहास का सबसे दूर जाने वाला शॉट था। #3. कर्टनी वॉल्स [embed]https://www.youtube.com/watch?v=TmRTGt42EBw&feature=youtu.be[/embed] कर्टनी वॉल्स को महानतम तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर जाना जाता है, क्योंकि वो अपने पेस अटैक और बाउंस से सभी बल्लेबाज़ों का बुरा हाल कर देते थे। वो मैदान में शांत स्वभाव के लिए जाने जाते थे और वेस्टइंडीज़ के सफल कप्तानों में शुमार किए जाते हैं। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 519 विकेट लिए, उनसे ज़्यादा विकेट लेने वाले तेज़ गेंदबाज सिर्फ़ ग्लेन मैक्ग्रा हैं जिन्होंने 563 विकेट लिए हैं। वॉल्स डक पर आउट होने के लिए मशहूर थे, वो टेस्ट करियर में 43 बार शून्य पर आउट हुए हैं। हालांकि उनहोंने एक बार अपने बैट से कमाल दिखाकर अपनी टीम का गौरव बढ़ाया था जब ब्रायन लारा के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए साल 1999 में ब्रिजटाउन में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ जीत दिलाई थी। उस वक्त वेस्टइंडीज़ के 9 विकेट गिर चुके थे और टीम को 6 रन की ज़रूरत थी, वॉल्स ने 14 गेंदों का संभल कर सामना करते हुए यादगार जीत दिलाई थी। #4. ग्लेन मैक्ग्रा https://www.youtube.com/watch?v=MmdO5DuiV3I&feature=youtu.be ग्रलेन मैक्गा को सबसे अनुशासित गेंदबाज़ों के तौर पर जाना जाता था, उन्होंने अपने सधी हुई गेंदबाज़ी के जरिए कई बार ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए जीत की इबारत लिखी थी। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 563 विकेट का रिकॉर्ड दर्ज है, इसलिए वो टेस्ट में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले तेज़ गेंदबाज हैं। उन्हें प्यार से ‘पीजन’ बुलाया जाता है , उनकी बल्लेबाज़ी का रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है। उनका बैटिंग एवरेज महज 7.37 का है। उनका सर्वश्रेष्ठ निजी स्कोर 61 है जो उन्होंने कीवी टीम के ख़िलाफ़ ब्रिस्बेन में बनाया था जिसमें उन्होंने डेनियल वेटोरी की गेंद पर अपने करियर का एकमात्र छक्का लगाया था, उस वक़्त ड्रेसिंग रूम में मौजूद एडम गिलक्रिस्ट भी चौंक गए थे। #5. एस श्रीसंत https://www.youtube.com/watch?v=vLep7mEC34Y&feature=youtu.be श्रीसंत जब मैदान में मौजूद रहते थे तो अपने हाव-भाव और करतब के लिए जाने जाते थे, बाद में वो एक सुलझे हुए गेंदबाज़ के तौर पर उभर कर आए। कई बार वो बॉल को इस तरह स्विंग कराते थे जिससे टीम इंडिया को जीत हासिल हो जाती थी। साल 2006 जब भारतीय टीम साउथ अफ़्रीका के दौरे पर गई थी, पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया साउथ अफ़्रीकी टीम पर हावी थी और 384 रन से लीड कर रही थी। उस वक़्त क्रीज़ पर भारत की आख़िरी जोड़ी श्रीसंत और वीआरवी सिंह मौजूद थी, साउथ अफ़्रीका की तरफ़ से आंद्रे नेल गेंदबाज़ी कर रहे थे। इसी बीच नेल और श्रीसंत के बीच कुछ कहासुनी हो गई, जिसकी वजह से श्रीसंत को गुस्सा आ गया। अगले ही गेंद पर श्रीसंत ने शानदार तरीके से छक्का लगाया और कुछ ऐसा किया जो क्रिकेट के मैदान में कम ही देखने को मिलता है। उन्होंने नेल को जवाब देते हुए अपने बल्ले को कई बार अपने सिर के ऊपर छुमाया। श्रीसंत की हरकत देखकर स्टेडियम में मौजूद दर्शक ख़ुशी से पागल हो गए, कॉमेंटेटरर्स भी अपनी हंसी रोक नहीं पाए। इस मैच की एक इनिंग में उन्होंने 5 विकेट भी लिए थे जिसकी वजह से उन्हें मैन ऑफ़ द मैच के अवॉर्ड से नवाज़ा गया था।

Edited by Staff Editor