भारत दौरे से पहले ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ एशियाई धरती पर अपनी टीम के पिछले प्रदर्शन को देखते हुए, टीम की कमजोरियों से परेशान नजर आ रहे थे और उन्होंने इसके लिए तैयारियों पर फोकस किया। इसके लिए भारत आने से पहले वह टीम को लेकर सऊदी अरब भी गए थे, ताकि भारत जैसी कंडीशन में अभ्यास किया जा सके। अब उन्हें इस मेहनत का फल मिलता नजर आ रहा है। सीरीज के पहले टेस्ट में पुणे में 1-0 की बढ़त हासिल कर चुके इस कंगारू कप्तान के हौसले बुलंद हैं। भारत को पुणे टेस्ट में 333 रन की करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। ये कहना भी गलत नहीं होगी कि टर्निंग ट्रैक बनाकर टीम इंडिया खुद ही अपने ही बिछाए जाल में फंस गई। दूसरी ओर न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका के बीच भी रोमांचक वनडे सीरीज जारी है, वहीं ज़िम्बाब्वे और अफगानिस्तान के बीच भी वनडे सीरीज खेली गई। जहां पर मेजबान जिम्बाब्वे को अफगानिस्तान से हार का सामना करना पड़ा। अफगानिस्तान ने 5 मैचों की वनडे सीरीज 3-2 से अपने नाम की। अभी जिन टीमों के बीच अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेले जा रहे हैं, उनमें इस हफ्ते 5 बेस्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को चुनना आसान नहीं होगा। हालांकि ए बी डिविलियर्स, मिशेल स्टार्क और मैट रैनशॉ को उनके शनदार प्रदर्शन के बावजूद भी इस लिस्ट से बाहर रखा गया है। इसके अलावा जिंबाब्वे के क्रिस मोफू, अफगानिस्तान के गुलाबद्दीन नैब के भी अच्छे बॉलिंग प्रदर्शन के बावजूद इस सूची में जगहनहीं मिली है। आइए नजर डालते हैं उन 5 खिलाड़ियों पर जिन्होंने इस हफ्ते अच्छा प्रदर्शन कर खुद को इस सूची में शामिल करवाया है। #5 उमेश यादव भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टेस्ट के पहले दिन उमेश यादव टीम इंडिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाज साबित हुए। उन्होंने चार विकेट लेते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ने में अहम भूमिका निभाई। पुणे में पहली बार खेले गए टेस्ट मैच को उमेश ने अपने लिए यादगार बनाया। उन्होंने पहली पारी में 32 रन देकर ऑस्ट्रेलिया के चार बल्लेबबाजों को पेवेलियन लौटाया।उनके खाते में डेविड वॉर्नर, शॉन मार्श, मैथ्यूू वेड और नाथन लायन के विकेट आए। ऑस्ट्रेलियाई ओपनर डेविव वॉर्नर और मैट रैनशॉ टीम को एक मजबूत शुरुआत दिला चुके थे, दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 82 रन साझेदारी हुई, तभी उमेश ने डेविड वॉर्नर को आउट कर टीम इंडिया को पहला ब्रेक थ्रू दिलावाया। यादव ने पहली पारी में 12 ओवर फेंके। जिसमें उन्होंने 32 रन देकर 4 विकेट चटकाए, जबकि 3 ओवर मेडन रहे। वहीं दूसरी पारी में भी उमेश ने 2 विकेट हासिल किए। कुल मिलाकर उमेश के प्रदर्शन के देखकर ये कहा जा सकता है, कि स्पिन फ्रेंडली ट्रैक पर भी भारतीय तेज गेंदबाज उमेश बेहद कामयाब रहे। #4 स्टीव स्मिथ ऑस्ट्रेलिया के लिए खुद स्टीव स्मिथ ने आगे बढ़कर मोर्चा संभाला और मुश्किल वक्त पर दूसरी पारी में शतक ठोक दिया। जिससे भारत के सामने पहाड़ जैसा लक्ष्य खड़ा हो गया और मैच में इतना समय था कि, भारत के लिए मैच बचाना मुश्किल हो गया। स्मिथ के 109 रनों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 441 रनों का लक्ष्य रखा था। मेहमान टीम ने भारत को इस लक्ष्य तक पहुंचने नहीं दिया और मैच के तीसरे दिन ही मेजबानों के 19 मैचों से अपराजित रहने के सिलसिले को रोक दिया। स्मिथ का ये शतक कई मायनों में खास है। स्मिथ ने ये शतक उस पिच पर जमाया है, जहां भारतीय बल्लेबाज़ों से खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था। भारत के बल्लेबाज़ नहीं समझ पा रहे थे कि गेंद कब, कहां और कैसे, कितनी टर्न करेगी। लेकिन स्मिथ ने न केवल दुनिया के नंबर एक और नंबर दो टेस्ट गेंदबाजों अश्विन और जडेजा के खिलाफ इस पिच पर न सिर्फ टिककर दिखाया बल्कि शतक भी जमाया। पहली पारी में स्मिथ ने 27 रन बनाए थे। उन्हें अश्विन ने कोहली के हाथों कैच आउट करवाया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ फिलहाल आईसीसी की टेस्ट बल्लेबाजों की सूची में टॉप पर काबिज हैं। स्मिथ ने ये पारी खेलकर टीम इंडिया को दिखा दिया कि नंबर एक बनाम नंबर दो की ये सीरीज़ भारत के लिए आसान नहीं होने वाली है। #3 ड्वेन प्रिटोरियस दूसरे वनडे मैच में दिल तोड़ देने वाली हार से उबरते हुए, वेलिंग्टन वनडे में दक्षिण अफ्रीका ने ड्वेन प्रिटोरियस के दमपर अच्छी वापसी की। साउथ अफ्रीका ने इस मैच में 271 रन बनाने के बाद भी 159 रन से जीत दर्ज की। इस में प्रिटोरियस ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 5.2 ओवर में महज 5 रन देकर 3 विकेट चटकाए और 1 ओवर मेडन डाला। 27 साल के प्रिटोरियस ने अपने करियर का बेहतरीन प्रदर्शन कर पांच रन पर न्यूजीलैंड के तीन विकेट उखाड़ दिए। जिनमें रॉस टेलर, मिचेल सैंटनर और ट्रेंट बोल्ट के विकेट शामिल थे। प्रिटोरियस की घातक गेंदबाजी के आगे न्यूजीलैंड की पूरी टीम 112 रन पर ढेर हो गई। प्रिटोरियस की शानदार गेंदबाजी के अलावा इस मैच में दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज ए बी डिविलियर्स ने भी 80 गेंदों में 85 रन की अहम पारी खेली थी। डीविलियर्स अपनी टीम के स्कोर को 180 रन पर 6 विकेट के नुकसान से 264 रन पर 7 विकेट तक लेकर गए। वेन पार्नेल ने भी 35 रन का योगदान दिया और डिविलियर्स का साथ बखूबी निभाया। इतना ही नहीं दूसरे वनडे मैच में भी प्रिटोरियस 10 ओवर में 2 विकेट लेकर सिर्फ 40 रन दिए थे और बल्ले से भी अच्छे हाथ दिखाते हुए 27 गेंदों में अर्धशतक जड़ा था। #2 रॉस टेलर न्यूजीलैंड ने साउथ अफ्रीका को दूसरे वनडे में 6 रनों से हराकर उनके लगातार जीत के रिकॉर्ड को रोक दिया। साउथ अफ्रीका ने इस मैच से पहले लगातार 12 मैच जीते थे, लेकिन इस मैच में मेजबान टीम ने उनके इस रिकॉर्ड को आगे नहीं बढ़ने दिया। मैन ऑफ द मैच रॉस टेलर के बेहतरीन 102 रनों की बदौलत न्यूजीलैंड ने 289 का स्कोर बनाया था। जिसके जवाब में साउथ अफ्रीका ने ड्वेन प्रिटोरियस की शानदार पारी के बावजूद 283 रन ही बनाये। रॉस टेलर ने अपनी शानदार बल्लेबाजी जारी रखी और 17वां शतक भी पूरा किया। उन्होंने पांचवें विकेट के लिए जेम्स नीशम के साथ नाबाद 123 रन जोड़े और न्यूजीलैंड को 289 के अच्छे स्कोर तक पहुंचाया। इस शतक के साथ उन्होंने अपने देश की तरफ से सबसे ज्यादा वनडे शतक का रिकॉर्ड बनाया। टेलर ने नाथ एस्टल के 16 शतक के रिकॉर्ड को तोड़ा। टेलर ने नाबाद 102 और नीशम ने 57 गेंदों नाबाद 71 रन बनाये। साउथ अफ्रीका इस मैच को भले ही 6 रन से हार गया हो लेकिन इस मैच में साउथ अफ्रीका को जीत करीब तक पहुंचान में ड्वेन प्रिटोरियस ने अहम रोल निभाया। प्रिटोरियस ने 27 गेंदों में 50 रन बनाए। साउथ अफ्रीका एक समय पर 214 रन पर अपने 8 विकेट गंवा चुका था। इसके बाद प्रिटोरियस 49वें ओवर में 9 विकेट के मुकसान पर टीम के स्कोर को 275 तक लेकर गए। न्यूजीलैंड की ओर से ट्रेंट बोल्ट ने शानदार गेंदबाजी की उन्होंने 50वें ओवर की आखिरी गेंद पर प्रिस्टोरियस को आउट किया। इसके अलावा बोल्ट ने ए बी डिविलियर्स के 45 रन पर और क्वांटन डी कॉक के 57 रन पर आउट किया। #1 स्टीव ओ'कीफ पुणे टेस्ट में कमाल के प्रदर्शन के बाद ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर स्टीव ओ'कीफ सुर्खियों में छाए रहे। ओकीफी ने दोनों पारियों में टीम इंडिया के कुल 12 विकेट लेकर अपनी टीम को उस स्थिति में पहुंचा दिया जहां से वह सीरीज में मेजबान पर दबाव बना सकते हैं। स्पिन गेंदबाजी खेलने में भारतीय बल्लेबाजों की महारत के चलते कोई भी इस टेस्ट में ओकीफ से बड़े प्रदर्शन की उम्मीद नहीं लगा रहा था। बहरहाल सभी अनुमानों को झुठलाते हुए यह स्पिनर ही ऑस्ट्रेलिया के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुआ। ओकीफ ने एक ओवर में ही तीन भारतीय बल्लेाबाजों को आउट कर कोहली ब्रिगेड को दबाव में ला दिया। स्टीव ओ कीफ ने एक ही ओवर में राहुल, रहाणे और विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा को आउट कर मैच का रुख ही बदल दिया। ओ'कीफ इस मैच में दूसरे स्पिनर्स से कुछ भी अलग नहीं किया। उन्होंने सिर्फ पिच से मिल रही मदद का पूरी तरह से फायदा उठाया। 32 साल के ओ'कीफ को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से भी नवाजा गया। साथ ही इस टेस्ट मैच में उन्हें मौका देकर कप्तान स्टीव स्मिथ ने जो उन पर भरोसा दिखाया था वो उसपर भी खरे उतरे।