ऑस्ट्रेलिया के लिए खुद स्टीव स्मिथ ने आगे बढ़कर मोर्चा संभाला और मुश्किल वक्त पर दूसरी पारी में शतक ठोक दिया। जिससे भारत के सामने पहाड़ जैसा लक्ष्य खड़ा हो गया और मैच में इतना समय था कि, भारत के लिए मैच बचाना मुश्किल हो गया। स्मिथ के 109 रनों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 441 रनों का लक्ष्य रखा था। मेहमान टीम ने भारत को इस लक्ष्य तक पहुंचने नहीं दिया और मैच के तीसरे दिन ही मेजबानों के 19 मैचों से अपराजित रहने के सिलसिले को रोक दिया। स्मिथ का ये शतक कई मायनों में खास है। स्मिथ ने ये शतक उस पिच पर जमाया है, जहां भारतीय बल्लेबाज़ों से खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था। भारत के बल्लेबाज़ नहीं समझ पा रहे थे कि गेंद कब, कहां और कैसे, कितनी टर्न करेगी। लेकिन स्मिथ ने न केवल दुनिया के नंबर एक और नंबर दो टेस्ट गेंदबाजों अश्विन और जडेजा के खिलाफ इस पिच पर न सिर्फ टिककर दिखाया बल्कि शतक भी जमाया। पहली पारी में स्मिथ ने 27 रन बनाए थे। उन्हें अश्विन ने कोहली के हाथों कैच आउट करवाया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ फिलहाल आईसीसी की टेस्ट बल्लेबाजों की सूची में टॉप पर काबिज हैं। स्मिथ ने ये पारी खेलकर टीम इंडिया को दिखा दिया कि नंबर एक बनाम नंबर दो की ये सीरीज़ भारत के लिए आसान नहीं होने वाली है।