भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया बैंगलोर टेस्ट बेहद शानदार था। रोमांचक मुकाबले में भारतीय टीम ने चौथे दिन 75 रन से जीत हासिल की। वहीं अपने घर में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही श्रीलंका ने पहले टेस्ट में 259 रन से जीत दर्ज की। जबकि साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया पहला टेस्ट मैच ड्रॉ रहा। हालांकि इसके अलावा कुछ और खिलाड़ियों ने भी अच्छे प्रदर्शन हैं, जिन्हें हमारी लिस्ट में जगह नहीं मिली। जिसमें वेस्टइंडीज के खिलाफ जो रूट की बैक टू बैक शानदार पारियां। वेस्ट इंडीज के खिलाफ एलेक्स हेल्स का शानदार कमबैक भी शामिल है। हेल्स ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में जोरदार शतक जड़ा। इसके अलावा श्रीलंका के लिए उपल थरंगा और कुशल मेंडिस ने भी बांग्लादेश के खिलाफ शतकीय पारियां खेलीं। #1 डीन एल्गर (साउथ अफ्रीका) साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच डुनेडिन में खेले गए पहले टेस्ट में टॉस जीतने के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए मैच के दूसरे दिन डीन एल्गर की बड़ी पारी के बावजूद 308 रनों पर सिमट गई। प्रोटियाज टीम से डीन एल्गर ने 140 रनों की शानदार पारी खेली। एल्गर ने पहले कप्तान फॉफ डु प्लेसिस के साथ मिलकर 126 रन जोड़े। इसके बाद टेम्बा बाववुमा के साथ 64 रन की साझेदारी की। वहीं 254 रन के स्कोर पर एल्गर के आउट होने के बाद दक्षिण अफ्रीका 308 रनों पर ऑल आउट हो गई। न्यूजीलैंड के लिए ट्रेंट बोल्ट ने 64 रन देकर 4 विकेट चटकाए। इसके बाद पहली पारी के आधार पर न्यूजीलैंड को 33 रनों की बढ़त हासिल हुई थी। दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी अफ्रीकी टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ओपनर स्टीफन कुक पहले ही ओवर में बिना खाता खोले चलते बने। बावजूद इसके एल्गर ने हौसला नहीं खोया। वो एक छोर पर डटे रहे और उन्होंने 249 गेंदों में 89 रन बनाए। जिसके दमपर चौथे दिन साउथ अफ्रीका ने स्टंपस तक 6 विकेट के नुकसान पर 224 रन बनाए। हालांकि अगर पांचवे दिन न्यूजीलैंड साउथ अफ्रीका को जल्द से जल्द आउट कर बल्लेबाजी के लिए उतरती तो इस टेस्ट को जीत सकती थी। वहीं पांचवे की दिन की पिच पर साउथ अफ्रीका की टीम भी न्यूजीलैंड को जल्द से जल्द आउट कर ये टेस्ट अपने नाम कर सकती थी। लेकिन मैच के पांचवें दिन का खेल पूरी तरह बारिश में धुल गया और एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी। मैच जरूर ड्रॉ रहा लेकिन इस टेस्ट में बने रहने के लिए दक्षिण अफ्रीका को एल्गर का शुक्रिया अदा करना होगा। #2 रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा (भारत) रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा दोनों इस समय आईसीसी के गेंदबाजों की सूची में टॉप पर हैं, तो इसका श्रेय जाता है पिछले 12 महीनों से इन दोनों के कंसीसटेंट प्रदर्शन को। बेंगलुरु टेस्ट में टीम इंडिया की जीत में जडेजा ने अहम भूमिका निभाते हुए पहली पारी में 6 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का पवेलियन की राह दिखाई थी। बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम 189 रन पर ऑल आउट हो गई थी जिसके बाद जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया को भारत पर बड़ी बढ़त लेने से रोका और 63 रन देकर 6 विकेट हासिल किए पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को 87 रन की बढ़त मिली। लेकिन अगर जडेजा ने मैट रेनशॉ, स्टीव स्मिथ और पीटर हैंडसकॉम्ब और लोअर ऑर्डर के बल्लेबाजों का विकेट ना लिया होते, तो ये बढ़त और ज्यादा बड़ी हो सकती थी। खासबात यह है कि इस दौरान जड्डू ने पारी के चारों रेगुलर बॉलर्स में सबसे कम ओवर फेंके। उन्हों ने 21.4 ओर में यह सफलताएं हासिल कीं। यहां तक कि तेज गेंदबाजों ईशांत शर्मा और उमेश यादव ने भी पहली पारी में उनसे ज्याहदा ओवर फेंके थे। पहली पारी में टीम इंडिया के सबसे कामयाब बॉलर जडेजा को कम ओवर दिए जाने को लेकर सवाल भी उठे थे। पहली पारी में अगर रविन्द्र जडेजा ने छह विकेट लिए थे, तो दूसरी पारी में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 'छक्काे' लगाया। उन्होंटने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 41 रन देकर छह विकेट लिए। पहली पारी में भी अश्विन दो विकेट लेने में कामयाब रहे थे। सबसे खास बात यह है कि अश्विन ने ऐसे समय अपना श्रेष्ठो प्रदर्शन दिया जब टीम इंडिया को सीरीज में बराबरी करने के लिए इसकी सख्त जरूरत थी। #3 केन विलियमसन (न्यूजीलैंड) दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए डुनेडिन टेस्ट में न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने शानदार शतकीय पारी खेली। विलिमसन ने 241 गेंदों में 130 रन पारी खेली और जीत रावल के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 102 रन जोड़े। न्यूजीलैंड की टीम एक समय में 193 रन पर 5 विकेट गंवा चुकी थी। रॉस टेलर रिटायर्ड हर्ट हो चुके थे लेकिन कप्तान ने बखूबी बल्लेबाजी करते हुए विकेटकीपर बी जे वॉटलिंग के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 84 रनों की साझेदारी की। वॉटलिंग ने भी अर्धशतकीय पारी खेली। विलियमसन की पारी के बदौलत न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 341 रन बनाए और उसे 33 रनों की बढ़त हासिल हुई। बारिश की वजह से डुनेडिन टेस्ट भले ही ड्रॉ रहा हो, लेकिन विलियम्सन की इस पारी के दमपर कीवी टीम ने अपने से मजबूत साउथ अफ्रीका को कड़ी टक्कर दी। न्यूजीलैंड के लिए यहां अच्छा प्रदर्शन इसलिए भी जरूरी था कि क्योंकि वो अपने घर में टेस्ट सीरीज खेल रही है। न्यूजीलैंड की पहली पारी में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर रावल ने बनाया। उन्होंने 52 रनों की पारी खेली। #4 चेतेश्वर पुजारा (भारत) दूसरी पारी में टीम इंडिया को 274 रन तक पहुंचाकर मुकाबले में लाने में चेतेश्वार पुजारा की सबसे अहम भूमिका रही। सौराष्ट्र के इस बल्लेबबाज ने अजिंक्या रहाणे के साथ तीसरे दिन खेल के आखिरी सेशन में कंगारू गेंदबाजों को सफलता से वंचित करके रखा। शुरुआती मुश्किलों से उबरते हुए उन्हों ने अपनी पारी को अच्छी तरह संवारा। पुजारा शतक पूरा नहीं कर सके, लेकिन उन्होंने 92 रन बनाकर बेंगलुरू के मुश्किल विकेट पर अपनी 'क्लास' दिखाई। पुजारा ने रहाणे के साथ पांचवें विकेट के लिए 118 रन की साझेदारी निभाई। जो गेंदबाजों के वर्चस्वप वाली मौजूदा सीरीज की एकमात्र शतकीय साझेदारी है। #5 जोस हेजलवुड (ऑस्ट्रेलिया) बैंगलोर टेस्ट के चौथे दिन ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने शानदार गेंदबाजी की और लंच के पहले भारत को ताबड़तोड़ झटके दिए। हेजलवुड ने 67 रन देकर 6 विकेट झटकते हुए भारत को दूसरी पारी 274 रन पर समेटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हेजलवुड का ये प्रदर्शन भारत में ऑस्ट्रेलिया के किसी तेज गेंदबाज का छठा सबसे अच्छा प्रदर्शन है। बैंगलोर टेस्ट की पहली पारी में हेजलवुड को कोई विकेट नहीं मिला था। दूसरी पारी में स्पिन फ्रेंडली विकेट पर हेजलवुड ने सबसे ज्यादा विकेट चटकाकर सभी का ध्यान अपनी और खींचा। उन्होंने दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजी की कमर तोड़कर रख दी थी। हेजलवुड ने पहले ओपनर अभिनव मुंकुद का चलता किया। इसके बाद टीम इंडिया की सबसे बड़ी उम्मीद विराट कोहली को एल्बीडब्लयू कर भारतीय बल्लेबाजों को बैकफुट पर धकेल दिया। इसके अलावा हेजलवुड ने सेट बल्लेबजा चेतेश्वपुर पुजारा को भी शकत बनाने से रोक दिया। उन्होंने पुजारा को 92 रन के स्कोर पर मिशेल मार्श के हाथों कैच आउट करवाया।