रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा दोनों इस समय आईसीसी के गेंदबाजों की सूची में टॉप पर हैं, तो इसका श्रेय जाता है पिछले 12 महीनों से इन दोनों के कंसीसटेंट प्रदर्शन को। बेंगलुरु टेस्ट में टीम इंडिया की जीत में जडेजा ने अहम भूमिका निभाते हुए पहली पारी में 6 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का पवेलियन की राह दिखाई थी। बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम 189 रन पर ऑल आउट हो गई थी जिसके बाद जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया को भारत पर बड़ी बढ़त लेने से रोका और 63 रन देकर 6 विकेट हासिल किए पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को 87 रन की बढ़त मिली। लेकिन अगर जडेजा ने मैट रेनशॉ, स्टीव स्मिथ और पीटर हैंडसकॉम्ब और लोअर ऑर्डर के बल्लेबाजों का विकेट ना लिया होते, तो ये बढ़त और ज्यादा बड़ी हो सकती थी। खासबात यह है कि इस दौरान जड्डू ने पारी के चारों रेगुलर बॉलर्स में सबसे कम ओवर फेंके। उन्हों ने 21.4 ओर में यह सफलताएं हासिल कीं। यहां तक कि तेज गेंदबाजों ईशांत शर्मा और उमेश यादव ने भी पहली पारी में उनसे ज्याहदा ओवर फेंके थे। पहली पारी में टीम इंडिया के सबसे कामयाब बॉलर जडेजा को कम ओवर दिए जाने को लेकर सवाल भी उठे थे। पहली पारी में अगर रविन्द्र जडेजा ने छह विकेट लिए थे, तो दूसरी पारी में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 'छक्काे' लगाया। उन्होंटने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 41 रन देकर छह विकेट लिए। पहली पारी में भी अश्विन दो विकेट लेने में कामयाब रहे थे। सबसे खास बात यह है कि अश्विन ने ऐसे समय अपना श्रेष्ठो प्रदर्शन दिया जब टीम इंडिया को सीरीज में बराबरी करने के लिए इसकी सख्त जरूरत थी।