दूसरी पारी में टीम इंडिया को 274 रन तक पहुंचाकर मुकाबले में लाने में चेतेश्वार पुजारा की सबसे अहम भूमिका रही। सौराष्ट्र के इस बल्लेबबाज ने अजिंक्या रहाणे के साथ तीसरे दिन खेल के आखिरी सेशन में कंगारू गेंदबाजों को सफलता से वंचित करके रखा। शुरुआती मुश्किलों से उबरते हुए उन्हों ने अपनी पारी को अच्छी तरह संवारा। पुजारा शतक पूरा नहीं कर सके, लेकिन उन्होंने 92 रन बनाकर बेंगलुरू के मुश्किल विकेट पर अपनी 'क्लास' दिखाई। पुजारा ने रहाणे के साथ पांचवें विकेट के लिए 118 रन की साझेदारी निभाई। जो गेंदबाजों के वर्चस्वप वाली मौजूदा सीरीज की एकमात्र शतकीय साझेदारी है।
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