पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका की बुरी हार हुई थी, लेकिन कप्तान फाफ डुप्लेसिस ने दूसरे मैच में वापसी की और टीम की किस्मत बदल गयी। हालांकि टीम ने पहली पारी में 179 पर दो विकेट गवां दिए थे। उसके बाद 235 के स्कोर पर 6 खिलाड़ी आउट होकर मैदान से बाहर चले गये। उसके बाद मैदान पर फिलेंडर बल्लेबाज़ी के लिए और उन्होंने क्रिस मोरिस के साथ 74 रन की साझेदारी करके दक्षिण अफ्रीका को मजबूत किया। इस साझेदारी में फिलेंडर ने 81 गेंदों पर 54 रन और मोरिस ने 36 रन की पारी खेली। जिससे दक्षिण अफ़्रीकी टीम ने मुकाबले में अच्छा स्कोर बना पाई। उसके बाद जो काम नई गेंद से जेम्स एंडरसन नहीं कर पाए वह काम फिलेंडर ने गेंदबाज़ी में किया। 32 वर्षीय इस गेंदबाज़ ने बेहतरीन गेंदबाज़ी करते हुए कुक जैसे बल्लेबाज़ को चौथे ओवर में आउट कर दिया। उसके बाद जब इंग्लैंड एक अच्छी साझेदारी की ओर बढ़ रहा था। तब गैरी बलेंस को फिलेंडर ने आउट करकर मैदान से वापस भेजा। जिससे इंग्लैंड 205 रन पर सिमट गयी। फिलेंडर ने 3, केशव महाराज ने 3 और क्रिस मोरिस ने 3 विकेट लिए थे।