मौजूदा दौर की भारत-इंग्लैंड संयुक्त एकादश

इंग्लैंड और भारत के पास दुनिया की सबसे बेहतरीन टीम है, हाल में ही हुई 3 मैचों की टी-20 सीरीज़ में मेहमान टीम इंडिया ने मेज़बान इंग्लैंड को 2-1 से मात दी थी। इंग्लैंड के पास जेसन रॉय जैसे खिलाड़ी हैं तो भारत के पास विराट कोहली जैसे शानदार बल्लेबाज़। अगर इंग्लैंड और भारत के खिलाड़ियों को मिलाकर एक टी-20 टीम बनाई जाए तो उसमें कौन कौन से खिलाड़ी होंगे आइये जानते हैं।

नोट :

हम यहां सिर्फ़ उन खिलाड़ी को शामिल कर रहे हैं जो फ़िट हैं और इंग्लैंड और भारत के बीच हुई सीरीज़ में शामिल थे। ओपनर बल्लेबाज जेसन रॉय इंग्लैंड के विस्फोटक बल्लेबाज़ जेसन रॉय ने सितंबर 2014 में भारत के ख़िलाफ़ टी-20 अंतरराष्ट्रीय में डेब्यू किया था। तब से लेकर अब तक उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। टी-20 अतरराष्ट्रीय में उनका स्ट्राक रेट 136 के क़रीब है। दाएं हाथ के ये बल्लेबाज़ इंग्लैंड के लिए ओपनिंग करने आते हैं और अपनी टीम को मज़बूत शुरुआत देते हैं। रोहित शर्मा भारत की तरफ़ से रोहित शर्मा बेहतरीन ओपनिंग बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं। वो टीम इंडिया के एकलौते ऐसे बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 3 शतक लगाए हैं। सीमित ओवर के खेल में वो बेहद विस्फोटक बल्लेबाज़ी करते हैं। रोहित का भी स्ट्राइक रेट 136 के आसपास है। रोहित टीम के लिए आधारभूत बल्लेबाज़ी करते हैं। कई मौकों पर तो वो अपनी टीम को अकेले जीत दिलाते हैं।मध्य क्रम विराट कोहली (कप्तान) नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी करने के लिए सबसे उपयुक्त खिलाड़ी विराट कोहली हैं। उनकी क़ाबिलियत पर किसी को कोई शक नहीं है, विराट कोहली ने विदेशी सरज़मीं पर भी ख़ुद को साबित किया है। टी-20 में उनका स्ट्राइक रेट 137 के क़रीब है और उन्होंने 18 अर्धशतक लगाए हैं। इयोन मॉर्गन इयोन मॉर्गन मिडिल ऑर्डर के बढ़ियां बल्लेबाज़ हैं। अगर आज इंग्लैंड की टीम सीमित ओवर के खेल में नई ऊंचाइयों को छू रही है तो इसमें मॉर्गन का बहुत बड़ा हाथ है। उनका स्ट्राइक रेट 132 के आस-पास है। जब बल्लेबाज़ी करने मैदान में आते हैं तो उन्हें आउट करना किसी भी विपक्षी टीम के गेंदबाज़ों के लिए आसान नहीं होता है। ऑल राउंडर एमएस धोनी (विकेटकीपर) 36 साल के एमएस धोनी के लिए इंग्लैंड का ये चौथा और शायद आख़िरी द्विपक्षीय दौरा है। वो सुरेश रैना और, कोहली के साथ बल्लेबाज़ी करते हैं। उन्होंने इस साल आईपीएल में ज़बरदस्त वापसी की थी। धोनी 16 आईपीएल मैत में 150 की स्ट्राइक रेट से 455 रन बनाए थे। उनके विकेटकीपिंग का हुनर किसी भी भी नहीं छिपा है, वो जानते हैं कि स्टंप के पीछे कैसे शिकार किया जाता है। जोस बटलर इस एकादश टीम में जोस बटलर को दूसरे विकेटकीपर के तौर पर रखा गया है। छोटे फ़ॉर्मेट में बटलर का प्रदर्शन गज़ब का है। इस साल के आईपीएल सीज़न में वो राजस्थान टीम में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने अपने खेल से हर किसी का दिल जीता था। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टी-20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 30 गेंदों में 61 रन की पारी खेली थी। बेन स्टोक्स इंग्लैंड के बेन स्टोक्स की गिनती दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर्स में की जाती है। विटैलिटी ब्लास्ट टी-20 टूर्नामेंट में वो डरहम टीम में शामिल हैं। इस साल की आईपीएल नीलामी में वो राजस्थान रॉयल्स टीम में शामिल हुए थे, इससे पहले वो राइज़िंग पुणे सुपरजायंट टीम का हिस्सा थे। बेन स्टोक का किसी भी टीम में होना बेहद फ़ायदेमंद होता है, यही वजह है कि दुनियाभर की टी-20 लीग में वो बेहद महंगे बिकते हैं। तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार इस बात में कोई शक नहीं है कि पिछले कुछ सालों में भुवनेश्वर कुमार के प्रदर्शन में काफ़ी सुधार देखने को मिला है। वो आज किसी भी फ़ॉर्मेंट में अच्छी गेंदबाज़ी कर सकते हैं। वो पारी की शुरूआत और आख़िरी ओवर में विकेट निकालने की क़ाबिलियत रखते हैं। 2014 के इंग्लैंड दौरे में उन्होंने अपने प्रदर्शन से ख़ुद को साबित किया था। डेविड विली बाएं हाथ के सीम गेंदबाज़ डेविड विली की गेंदबाज़ी में विविधता साफ़ देखी जा सकती है। वो इंग्लैंड के एक अहम गेंदबाज़ हैं। विली की कोशिश रहती है कि विपक्षी टीम को कम स्कोर पर समेट दिया जाए। ज़रूरत पड़ने वो अपनी टीम के लिए अच्छी बल्लेबाज़ी भी कर सकते हैं और ज़रूरी रन बना सकते हैं। स्पिनर कुलदीप यादव कुलदीप यादव टीम इंडिया के उभरते हुए फिरकी गेंदबाज़ हैं। सीमित ओवर के खेल में उनका प्रदर्शन शानदार है। क़रीब 1 साल पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ धर्मशाला में डेब्यू किया था। मध्य के ओवर में वो विकेट निकालने में माहिर हैं। मौजूदा इंग्लैंड का दौरा कुलदीप के लिए बेहद अहम है क्योंकि उनके खेल के आधार पर चयनकर्ता ये विचार करेंगे कि उनको अगले साल वर्ल्ड कप की टीम में शामिल करना है या नहीं। युज़वेंद्र चहल युज़वेंद्र चहल टीम इंडिया के अहम फिरकी गेंदबाज़ हैं और वो मिडिल ओवर में विकेट निकाल कर विपक्षी टीम की लय को बिगाड़ देते हैं। उनकी गेंद की स्पीड में विविधता साफ़ देखी जा सकती है। कुलदीप की तरह ही चहल की भी टीम इंडिया में काफ़ी अहमियत है और अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप के लिए वो पूरी तरह तैयार हैं। लेखक- शंकर नारायण अनुवादक- शारिक़ुल होदा

Edited by Staff Editor
App download animated image Get the free App now