डेल स्टेन (Dale Steyn) को क्रिकेट के मैदान पर कदम रखने वाले बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक माना जाता है और सभी प्रारूपों में उनका रिकॉर्ड चौंका देने वाला है। चाहे गेंद को स्विंग करना हो, स्पीड हो, सतह से उछाल निकालना हो, या पिन-पॉइंट यॉर्कर करना हो, स्टेन ने सभी चुनौतियों का सामना किया और दुनिया भर के कई प्रमुख बल्लेबाजों को परेशान किया। स्टेन का कहना है कि अपनी बल्लेबाजी की तरफ ध्यान नहीं देने का मुझे पछतावा है, मैं इससे आईपीएल (IPL) में और ज्यादा पैसे बना सकता था।
ESPN पर एक बातचीत में डेल स्टेन ने संजय मांजरेकर से बल्लेबाजी को लेकर कहा कि मुझे अभी इसका थोड़ा अफसोस है क्योंकि मुझे लगता है कि मैं 20 के करीब औसत कर सकता था और कौन जानता है कि अगर मैं क्रिस मॉरिस जैसा बेहतर ऑलराउंडर होता तो आईपीएल में अधिक पैसे के लिए जाता।
डेल स्टेन का पूरा बयान
उनहोंने कहा कि जब मैं स्कूल के बाद अपने पहले अकादमी वर्ष में था, तब मुझे हैमस्ट्रिंग की चोट लगी थी। इसलिए लगभग छह महीने मैंने वास्तव में गेंदबाजी नहीं की। इसलिए मैंने फैसला किया कि मैं बल्लेबाजी करने जा रहा हूं। मैंने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की और अपनी अकादमी में बैट्समैन ऑफ द ईयर हासिल किया। मेरा मतलब है कि यह हास्यास्पद है। फिर मैं टाइटन्स में शामिल होने के लिए प्रिटोरिया गया।
प्रिटोरिया जाने के बाद की कहानी बताते हुए स्टेन ने कहा कि जब मैं वहां पहुंचा तो मेरी मुलाकात फाफ (डू प्लेसी), एबी डीविलियर्स से हुई। फिर मैंने एल्विरो पीटरसन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना शुरू किया। मुझे जल्दी ही अहसास हो गया कि मैं एक अच्छा बल्लेबाज था लेकिन ये लोग बल्लेबाज थे। मैंने सोचा कि अगर मैं दक्षिण अफ्रीका या टाइटन्स के लिए भी खेलने जा रहा हूं, तो मुझे मुख्य रूप से अपनी गेंदबाजी पर ध्यान देने की जरूरत है।