ऐसे क्रिकेटर बहुत कम देखने को मिले हैं, जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से पहले प्रथम श्रेणी क्रिकेट एक भी नहीं खेला हो। बात खास हो जाती जब ऐसा क्रिकेट के बड़े देश में हुआ हो। इन क्रिकेटरों में ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज़ डेविड वॉर्नर एक हैं। साल 2009 में उन्होंने टी-20 क्रिकेट में डेब्यू किया था। तब तक उन्होंने कोई भी प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेला था। इस मैच में वॉर्नर ने 43 गेंदों में 89 रन बनाये थे। जबकि उन्होंने इस मैच में स्टेन, नतिनी, सोत्सोबे, कालिस और बोथा का सामना किया था। उन्होंने अपनी इस पारी में 7 चौके और 6 छक्के लगाये थे।
उसके बाद उनके ऊपर छोटे प्रारूप में खेलने का लेबल लग गया। इसलिए उन्हें 3 साल बाद टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिला। तब तक उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की तरफ से 39 वनडे और टी-20 मैच खेले थे।
10 जनवरी से 30 नवम्बर 2011
मैच
पारियां
रन
औसत
स्ट्राइक
100s
50s
39
39
985
25.25
120.71
0
7
इस दौरान वह सीमित ओवर में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले क्रिकेटर बने रहे। ब्रिसबेन में दिसम्बर 2011 में उन्होंने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट खेला। उनके साथ ही मिचेल स्टार्क और जेम्स पैटिसन ने भी डेब्यू किया। पहली पारी में वॉर्नर 3 रन बनाकर आउट और दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 19 रन चाहिए थे। जिसमें 12 रन वार्नर ने बनाये।
उसके बाद वॉर्नर ने बहुत जल्द ही टीम में अपनी जगह पुख्ता कर लिया और वह तीनों फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलियाई टीम के अंग बन गये।
टेस्ट
मैच
पारियां
रन
औसत
स्ट्राइक रेट
100s
50s
55
102
4801
48.98
77.74
16
22
वनडे
मैच
पारियां
रन
औसत
स्ट्राइक रेट
100s
50s
85
83
3280
41.00
94.33
9
16
T20Is
मैच
पारियां
रन
औसत
स्ट्राइक रेट
100s
50s
63
63
1686
28.10
139.56
0
12
एक नजर उनके घर और बाहर टेस्ट आंकड़ों पर
मैच
पारियां
रन
औसत
स्ट्राइक रेट
100s
50s
28
50
2797
60.80
83.04
12
8
बाहर/तटस्थ
मैच
पारियां
रन
औसत
स्ट्राइक रेट
100s
50s
27
52
2004
38.53
71.39
4
14
हम देख सकते हैं उनका औसत बाहर अच्छा रहा है, जबकि स्ट्राइक रेट कम हुआ है। ऐसा कई दुनिया के बल्लेबाजों के साथ होता आया है। लेकिन वॉर्नर का औसत अन्य खिलाड़ियों के बरक्स कहीं ज्यादा अच्छा है। वहीं स्ट्राइक रेट में अंतर इसलिए है क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई पिचें बाउंसी होती हैं, जबकि बाहर के देशों में पिचें स्लो होती हैं।
अपने घर में 50 को शतक में बदलने का उनका 60 फीसदी रेट है।
घर में वनडे
मैच
पारियां
रन
औसत
स्ट्राइक
100s
50s
42
41
1658
41.45
97.87
5
7
बाहर/तटस्थ वनडे
मैच
पारियां
रन
औसत
स्ट्राइक रेट
100s
50s
43
42
1622
40.55
90.97
4
9
वनडे में उनका स्ट्राइक रेट हर जगह एक रहा है। उन्होंने अपने डेब्यू से 90 के स्ट्राइक रेट को बना कर रखा है। जो लगातार बीते 5 साल से जारी है।
घर में T20Is:
मैच
पारियां
रन
औसत
स्ट्राइक रेट
100s
50s
14
14
468
36.00
152.94
0
3
बाहर/तटस्थ T20Is:
मैच
पारियां
रन
औसत
स्ट्राइक रेट
100s
50s
49
49
1218
25.91
135.03
0
9
टी-20 में उनका रिकॉर्ड घर हो या बाहर प्रभावित करने वाला है। उनका औसत 26 का और स्ट्राइक रेट 135 का है। ज्यादातर मौकों पर इस प्रारूप में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले रहे हैं।
स्पिन विकेटों और स्पिन टीमों जैसे भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी टीमों के खिलाफ उनका रिकॉर्ड:
मैच
पारियां
रन
औसत
100s
50s
9
18
597
33.17
1
4
हैरत की बात है कि वार्नर का प्रदर्शन 4-5 साल के टेस्ट करियर में बेहतरीन स्पिन गेंदबाजों और टीमों के खिलाफ अच्छा नही रहा है। 9 टेस्ट में उन्होंने 33 के औसत से एक शतक और 4 अर्धशतक बनाये हैं। हालांकि ये बुरा नही है।
कुल मिलाकर उनका प्रदर्शन टेस्ट और वनडे में काफी अच्छा रहा है, साथ ही उनका अर्धशतक से शतक का कन्वर्शन रेट काफी अच्छा रहा है।
जब वह बल्लेबाज़ी करते हैं, तो उनके बारे में 2 तरह के ओपिनियन लोग बनाते हैं:
#1 ऐसे लोग को खिलाड़ियों को आंकड़ों पर नहीं चुनते। लोग उन्हें अच्छा या बुरा खिलाड़ी नहीं मानते हैं, उनके नम्बर उन्हें बेहतरीन बल्लेबाज़ की लिस्ट में नहीं शामिल कराते हैं।
#2 लेकिन जो लोग खिलाड़ी के प्रदर्शन से ही उसको अच्छा बुरा बताते हैं। तो उनके लिए वार्नर कमाल के बल्लेबाज़ हैं।
वॉर्नर के लिए सबसे ज्यादा मायने ये रखता है कि उनके खेल से उनकी टीम को जीत मिले। कई मौकों पर उन्होंने अपनी टीम को अकेले मैच जिताया है। वीरेन्द्र सहवाग की तरह वार्नर भी गेंदबाजों पर हमला करते हैं। उनका स्ट्राइक रेट इस बात का गवाह है।
वॉर्नर ने अपनी टीम को टेस्ट में कई बार लंच से पहले 100 के स्कोर से ऊपर पहुँचाने में अहम योगदान दिया है। ऐसा वह 5 साल से लगातार करते आ रहे हैं।
100 पारियों में 16 शतक और 21 अर्धशतक दो बात का संकेत देते हैं:
#1 अपनी 40 फीसदी अर्धशतकीय पारी को 100 में बदलने में कामयाब रहे हैं।
#2 उनकी निरन्तरता का गवाह उनकी 37 पारियां हैं जिनमें उन्होंने जब वह 50 से ज्यादा रन बनाने में कामयाब हुए हैं।
टेस्ट में उन्होंने हर 100 गेंदों में 77 रन बनाये हैं। ऐसा ही वनडे में जहां उनका स्ट्राइक रेट 95 के करीब है। जो किसी भी टीम के लिए सोने पर सुहागा वाली बात है। वार्नर अपनी टीम को तेज शुरुआत देने में हमेशा आगे रहे हैं।
सहवाग की तरह वॉर्नर पहली गेंद से आक्रामक नहीं होते हैं। लेकिन 1-2 ओवर के बाद वह तेज बल्लेबाज़ी करना शुरू कर देते हैं। उन्होंने 83 वनडे मैचों में 25 से ज्यादा रन बनाये हैं। इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 25 में 16 मैच में जीत दिलाने का काम किया है। जो उनके मैच जिताऊ खिलाड़ी होने का प्रमाण है।
इसके अलावा वॉर्नर दुनिया भर की टी-20 लीगों जैसे आईपीएल, बीबीएल और अन्य लीगों में भी उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाज़ी की है।
सभी T20 मैचों के आंकड़े
मैच
पारी
रन
औसत
स्ट्राइक रेट
100s
50s
222
221
6921
34।77
143।61
5
54
हाल के क्रिकेट में ऐसा ज्यादा देखने को मिला है, जो बल्लेबाज़ टी-20 में अच्छा खेलता है। वह अन्य प्रारूप में अच्छा नहीं कर पाता है। हालांकि एक बेहतरीन टी-20 मैच प्लेयर के लिए 150-160 से ऊपर आंकड़े रखने वाले ही प्रभावी खिलाड़ी माने जाते हैं। कुछ ऐसी ही निरन्तरता वॉर्नर की है।
वॉर्नर का प्रदर्शन उनके आंकड़े बोलते हैं। वह बतौर बल्लेबाज़ काफी प्रभावित करने वाले खिलाड़ी हैं।
मैच में उनका होना गेंदबाजों के दिमाग में खौफ भरने से कम नहीं है। उसके बाद उनका प्रदर्शन जो लगातार 7 सालों से सबके सामने है। वह अपने आप में बेहतरीन है। उनके शानदार आंकड़े इस बात का गवाह हैं।