विवादों से घिरी दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने कुछ सितारा खिलाड़ियों जैसे विराट कोहली, वीरेंदर सहवाग, गौतम गंभीर और शिखर धवन के तीन साल की बकाया राशि चुका दी हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 2013 एनकेपी साल्वे ट्रॉफी में दिल्ली की कमान संभालने वाले कोहली को 176,400 रुपये दिये गए हैं। बताया जा रहा है कि डीडीसीए को वर्ल्ड टी-20 और आईपीएल के मैच की मेजबानी करने के कारण राशि मिली है, जिसमें से खिलाड़ियों को रकम चुकाई गई है। तंगहाल एसोसिएशन का ध्यान पहले सितारा खिलाड़ियों की बकाया राशि चुकाने पर टिका है, जिसके बाद वह नियमित घरेलू खिलाड़ियों को भुगतान करेगी जिन्हें पिछले घरेलू सत्र से पैसे नहीं दिए गए हैं। एक और भारतीय टीम के नियमित सदस्य जिन्हें अच्छा भुगतान करना है उसका नाम शिखर धवन है। धवन ने दिसम्बर 2015 में विजय हज़ारे ट्रॉफी में हिस्सा लिया था जिससे उन्हें 2,37,000 रुपये मिलना है। इसी प्रकार दिल्ली क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान गौतम गंभीर के लिए 4500 रुपये की राशि स्वीकृत की गई है, जबकि डीडीसीए से मतभेद के कारण हरियाणा का रुख करने वाले पूर्व सितारा बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग को 9000 रुपए दिये गए हैं। बता दें कि बीसीसीआई निरंतर डीडीसीए से भिड़ता रहा है, क्योंकि एसोसिएशन पिछले कुछ वर्षों से अपनी बैलेन्स शीट नहीं प्रकाशित कर रहा है। पिछले वर्ष दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टेस्ट कि मेजबानी तथा वर्ल्ड टी-20 और आईपीएल मैचों कि मेजबानी छिनने के डर से डीडीसीए ने अपनी बैलेन्स शीट जमा की। उसे उम्मीद है कि उसके रुके हुए अनुदान शासकीय इकाई से मिल जाएंगे। डीडीसीए के कोषाध्यक्ष रविंदर मंचन्दा ने टीओआई से कहा, 'सितारा खिलाड़ियों के बिल्स असोशिएशन के साथ लंबे समय से रुके हुए हैं। अगर एसोसिएशन को अधिक रकम मिलती है तो अधिकांश खिलाड़ियों का भुगतान करने में कोई दिक्कत नहीं है। बीसीसीआई से रकम आते ही एसोसिएशन पैसों का हिसाब बराबर कर देगी। मंचन्दा ने आगे कहा, 'यह भुगतान डीडीसीए ने वर्ल्ड टी-20 और आईपीएल मैचों की मेजबानी से मिले मुनाफे से चुकाए हैं। चूंकि हमने अभी तक बैलेन्स शीट नहीं जमा की है ऐसे में बीसीसीआई पैसे या फीस की मंजूरी नहीं दे सकता। मगर जो खिलाड़ी दिल्ली के लिए हमेशा नहीं खेलते हैं उनकी बकाया राशि चुकाना ही सही लगा। बोर्ड से अनुदान मिलते ही हम शेष खिलाड़ियों की फीस भी चुका देंगे।'