‘ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की स्लेजिंग से मुझे हौसला मिलता है’

ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच पर्थ में खेले जा रहे पहले टेस्ट के चौथे दिन मेहमान टीम ने मैच पर अपना शिकंजा कस लिया है। मेहमान दक्षिण अफ्रीका टीम पहला टेस्ट मैच जीतने के कगार पर पहुँच चुकी है। मेहमान टीम ने मेज़बान के सामने 539 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था जिसके जवाब में चौथे दिन का खेल खत्म होने तक मेज़बान ऑस्ट्रेलिया ने चार बहुमूल्य विकेट खोकर 169 रन बना लिए हैं। ऑस्ट्रेलिया को अब मैच जीतने के लिए आखिरी दिन 370 रनों की जरूरत है, वहीं दक्षिण अफ्रीकी टीम सीरीज में 1-0 से आगे होने से सिर्फ 6 विकेट पीछे है। दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी में डीन एल्गर और जे पी डुमिनी ने मिलकर 250 रनों की लाजवाब साझेदारी की जिसकी मदद से मेहमान टीम ऑस्ट्रेलिया के सामने एक विशाल लक्ष्य रखने में कामयाब हुई। संभलकर बल्लेबाज़ी करते हुए एक तरफ जहाँ डुमिनी ने 141 रन बनाये वहीँ एल्गर ने 127 रनों की शानदार पारी खेली। इन्हीं दोनों बल्लेबाजों की लाजवाब पारियों की वजह से अफ्रीका आज जीत की रेखा पर खड़ी है। एल्गार ने अपना चौथा शतक उसी मैदान पर बनाया जहां पिछले कुछ मैचों में वो डक पर आउट हुए थे। “जब मैं बल्लेबाज़ी कर रहे थे तो ऑस्ट्रलियाई खिलाड़ी मुझे स्लेजिंग के रूप में वही बात बार बार याद दिला रहे थे। ऐसा करके ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी मुझपर दबाव बनाना चाह रहे थे जिससे मैं जल्दी आउट होकर वापस चला जाऊं। पर उनकी ये स्लेजिंग मेरे लिए दावा का काम करती गई और मैंने देखते ही देखते शतक थोक डाला”: डीन एल्गर एल्गर पहली पारी में कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे और मात्र 12 के स्कोर पर पवेलियन लौट गये थे, लेकिन पर्थ के इस ऐतिहासिक मैदान पर शतक लगाने के बाद उनमें काफी आत्मविश्वास आगया है। एल्गर के अनुसार “वार्नर और लॉयन जिस प्रकार मुझपर स्लेजिंग करे जा रहे थे इससे मुझे और भी प्रोत्साहन मिलता जा रहा था और बल्लेबाज़ी करने में आसानी हो रही थी”। एल्गर ने ये भी कहा कि “मैं डुमिनी के लिए भी बहुत खुश हूं। वो काफी दिनों से फॉर्म से जूझ रहे थे खासकर लम्बे फ़ॉर्मेट में लेकिन इस शतक से उन्हें काफी आत्मविश्वास मिलेगा जो उनके और पूरी टीम के हित में अच्छा है”।