डियांड्रा डॉटिन ने एक बार फिर गुजरात जायंट्स पर साधा निशाना, किया चौंकाने वाला खुलासा 

डियांड्रा डॉटिन को मेडिकल क्लीयरेंस न दे पाने के कारण गुजरात जायंट्स ने किम गार्थ से रिप्लेस कर दिया था
डियांड्रा डॉटिन को मेडिकल क्लीयरेंस न दे पाने के कारण गुजरात जायंट्स ने किम गार्थ से रिप्लेस कर दिया था

वेस्टइंडीज की ऑलराउंडर डियांड्रा डॉटिन (Deandra Dottin) और गुजरत जायंट्स (Gujarat Giants) के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फ्रेंचाइजी ने सीजन की शुरुआत से पहले ही डॉटिन के बाहर होने की जानकारी दी और उनकी जगह ऑस्ट्रेलिया की किम गार्थ को स्क्वाड में शामिल कर लिया। रिपोर्ट्स थीं कि कैरेबियाई खिलाड़ी किसी चोट से उबर रही है लेकिन बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर इस तरह की रिपोर्ट्स को ख़ारिज किया था।

इसके बाद गुजरात ने एक बयान जारी किया था और जानकारी दी थी कि डॉटिन निर्धारित तिथि तक अपना मेडिकल क्लीयरेंस नहीं दे पाईं जो सभी भाग लेने वाली खिलाड़ियों के लिए जरूरी है। हालाँकि, फ्रेंचाइजी ने कहा था कि आगामी सीजन के लिए डॉटिन टीम का हिस्सा रहेंगी। अब दो हफ़्तों बाद डॉटिन ने अपना बयान जारी किया है और उन्होंने पूरी स्थिति के बारे में खुलासा किया।

डॉटिन ने अपने सोशल मीडिया पर अपना बयान जारी किया और कहा कि मैं हाल ही में भारत में हो रही महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) से मुझे बाहर किए जाने को लेकर चल रही अटकलों के मद्देनजर एक संक्षिप्त बयान जारी करना चाहती हूं। टूर्नामेंट की शुरुआत में, फ्रेंचाइजी ने दावा किया कि मुझे टीम से बाहर रखा गया था क्योंकि मैं स्पष्ट रूप से 'एक 'मेडिकल कंडीशन से उबर रही थी'। इसके बाद एक स्पष्टीकरण बयान आया जिसमें कहा गया था कि मैं 'मेडिकल क्लीयरेंस प्राप्त करने में असमर्थ' थी, जबकि 20 फरवरी को ही क्लीयरेंस मिल गया था।

उन्होंने आगे बताया कि दिसंबर में उन्हें मामूली पेट दर्द की शिकायत हुई थी। इसके बाद उन्होंने दिसंबर और जनवरी में दो स्पेशलिस्ट से मुलाकात की और उन्हें 13 फरवरी तक आराम करने की सलाह दी गई। उन्होंने कहा कि उन्हें 14 फरवरी से ट्रेनिंग शुरू करने की मंजूरी दे दी गई थी।

कैरेबियाई खिलाड़ी ने कहा कि नतीजतन, मैंने बताई गई समय सीमा के अनुसार अपनी व्यक्तिगत ट्रेनिंग और फिटनेस व्यवस्था को फिर से शुरू किया और फिर से शुरू किए गए प्रशिक्षण के पहले दिन कुछ दर्द का अनुभव किया, जिसकी उम्मीद थी, क्योंकि मुझे प्रशिक्षण से पहले के हफ्तों में आराम करने के लिए कहा गया था। नतीजतन, मैंने बताई गई समय सीमा के अनुसार अपनी व्यक्तिगत ट्रेनिंग और फिटनेस व्यवस्था को फिर से शुरू किया और फिर से शुरू किए गए प्रशिक्षण के पहले दिन कुछ दर्द का अनुभव किया, जिसकी उम्मीद थी, क्योंकि मुझे प्रशिक्षण से पहले के हफ्तों में आराम करने के लिए कहा गया था। मैंने इसकी जानकारी गुजरात जायंट्स के फिजियोथेरेपिस्ट को दी थी, हालांकि, इसे गलत तरीके से समझा गया और बाद में फ्रेंचाइजी की प्रबंधन टीम के सदस्यों को बताया गया क्योंकि मुझे 'सत्र के बाद पेट दर्द का अनुभव' हो रहा था, जो कि सही जानकारी नहीं थी।

मेडिकल क्लीयरेंस होने के बावजूद गुजरात जायंट्स ने लोकल में आंकलन करवाने की बात कही - डियांड्रा डॉटिन

डियांड्रा डॉटिन ने बताया कि उनके सर्जन ने 20 फरवरी को मेडिकल क्लीयरेंस दे दिया था, इसके बावजूद गुजरात जायंट्स ने बयान जारी कर कहा कि अगर वह निर्धारित तारीख तक मेडिकल रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराती हैं तो उन्हें डब्ल्यूपीएल मैचों में खेलने के लिए अनफिट माना जाएगा।

उन्होंने फ्रेंचाइजी के द्वारा आये मेल की जानकारी का खुलासा करते हुए कहा कि गुजरात जायंट्स के फिजियोथेरेपिस्ट ने मुझे ईमेल किया जिसमें निम्नलिखित मांग शामिल थी - 'डियांड्रा डॉटिन को 26/02/2023 तक हालिया स्कैन के साथ अपनी फिटनेस रिपोर्ट जमा करने की सख्त सलाह दी जाती है। अगर वह ऐसा नहीं करती है तो उन्हें डब्ल्यूपीएल में टी20 मैचों के लिए अनफिट माना जाएगा। यह अनुरोध शनिवार 25 फरवरी को किया गया था, जिसमें अगले दिन - रविवार को प्रदान की गई समय सीमा थी - जिससे सभी निर्धारित मेडिकल टेस्ट करना संभव नहीं हो पाया।

उन्होंने आगे बताया कि अगले दिन 26 फरवरी को उन्हें अडानी स्पोर्ट्सलाइन के एक वरिष्ठ मैनेजर ने ईमेल के माध्यम से बताया कि उन्हें डब्ल्यूपीएल में "एक ठोस भूमिका निभानी है" लेकिन 1 मार्च तक एक नया सीटी स्कैन और रिपोर्ट पेश करनी थी। मुझे अगले दिन (सोमवार, 27 फरवरी) अडानी स्पोर्ट्सलाइन के प्रमुख से एक और ईमेल मिला, जिसमें कहा गया था कि वे अपनी तरफ से मेरे लिए समय किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में अपॉइंटमेंट नहीं ले पा रहे हैं, इसलिए मुझे लीग में रिप्लेस कर रहे हैं।

देखना होगा कि गुजरात जायंट्स डॉटिन के बयान के बाद, कोई स्पस्टीकरण देती है या नहीं। लीग में गुजरात का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है और टीम ने अभी तक अपने सात में से सिर्फ दो ही मुकाबले जीते हैं।

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Edited by Prashant Kumar