पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दासगुप्ता (Deep Dasgupta) ने भारत के अनुभवहीन गेंदबाजी आक्रमण की सराहना की है। उन्होंने कहा कि ब्रिस्बेन टेस्ट के पहले दिन भारतीय गेंदबाजों ने जिस तरह से दिल दिखाते हुए गेंदबाजी की, उस पर कोई भी सवाल नहीं उठा सकता है। दीप दासगुप्ता के अनुसार भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी का प्रदर्शन किया।
स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत में दीप दासगुप्ता ने टी नटराजन की मीडियम पेस गेंदबाजी को एक डाइमेंशन वाला बताया लेकिन कहा कि जिस तरह का रवैया गेंदबाजों का रहा, उस पर सवाल खड़ा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नटराजन के साथ समस्या यही है कि वह मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं और उनके पास गति नहीं है।
दीप दासगुप्ता का पूरा बयान
दासगुप्ता ने कहा कि नटराजन के पास गति नहीं है और वे स्विंग भी ज्यादा नहीं करते लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने जिस तरह जिगर दिखाया है, उस पर सवाल खड़ा नहीं किया जा सकता है। दासगुप्ता ने कहा कि लाल गेंद से खेलना का अनुभव भी टी नटराजन के पास नहीं है।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को शुरूआती समय में 17/2 पर लाकर खड़ा कर दिया, इससे बाद लैबुशेन ने अपनी पारी से इस सिलसिले को रोक दिया और अपनी पांचवीं टेस्ट सेंचुरी लगाई और स्टीव स्मिथ (36) और मैथ्यू वेड (45) के साथ साझेदारी की और मेजबान टीम को 200/3 पर पहुंचाया। हालांकि शतक के बाद स्कोर में तेजी लाने के प्रयासों पर टी नटराजन ने पानी फेर दिया और दो विकेट चटकाए। लैबुशेन और मैथ्यू वेड को नटराजन ने पवेलियन की राह दिखाई।
भारतीय टीम को उस समय झटका लगा जब ग्रोइन इंजरी के कारण नवदीप सैनी मैदान से बाहर चले गए। इसके बाद वह नहीं लौटे। सैनी की चोट के बारे में पता लगाने के लिए उन्हें स्कैन के लिए लेकर जाया गया। भारत के लिए यह अच्छी खबर नहीं है।