पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता ने 2007 के रणजी ट्रॉफी में बंगाल और मुंबई के बीच मैच के दौरान हुए एक वाकया साझा किया है। उन्होंने बताया कि किस तरह तब युवा गेंदबाज अशोक डिंडा ने सचिन तेंदुलकर को जाकर घूरा था और उसका उन्हें किस तरह से जवाब मिला था।
दरअसल 2007 का रणजी ट्रॉफी फाइनल मुंबई और बंगाल के बीच खेला गया था। मुंबई की टीम में सचिन तेंदुलकर, जहीर खान, अजित अगरकर, वसीम जाफर और युवा रोहित शर्मा खेल रहे थे। दूसरी तरफ बंगाल टीम के कप्तान दीप दासगुप्ता थे और अशोक डिंडा भी नए-नए आए थे।
अशोक डिंडा के घूरने के बाद सचिन ने शतक लगा दिया था - दीप दासगुप्ता
दीप दासगुप्ता ने बताया कि जैसे ही अशोक डिंडा गेंदबाजी के लिए आए उन्होंने जाकर सचिन तेंदुलकर को घूरना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा,
बंगाल और मुंबई के बीच रणजी ट्रॉफी का फाइनल खेला जा रहा था। मैं बंगाल टीम का कप्तान था। हमने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला लिया। विकेट गीली थी और मुंबई को शुरूआती झटके लग गए थे। उस वक्त उनकी टीम में जहीर, अजित और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी थे। दो विकेट जल्दी गिरने के बाद सचिन तेंदुलकर बल्लेबाजी के लिए आए। अशोक डिंडा का वो पहला ही सीजन था और वो काफी तेज डाल रहे थे। मैंने उनसे पहले ही कह दिया था कि सचिन को आकर केवल गेंदबाजी करनी है। डिंडा की आदत थी कि जब वो बल्लेबाज को बीट करते थे तो 2-3 कदम आगे जाकर बल्लेबाज को घूरते थे। मैंने उनसे कहा कि सचिन को ऐसा मत करना।
डिंडा की एक गेंद सचिन के एल्बो पर जाकर लगी और इसके बाद डिंडा उन्हें जाकर घूरने लगे। मैंने कहा कि ये क्या कर रहे हो। मैंने उनसे वापस जाने के लिए कहा। इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने 80 रन या शायद शतक लगाया था। इसलिए आपको उनसे सावधान रहना चाहिए।
Edited by सावन गुप्ता