भारत के पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता ने टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) में सेमीफाइनल क्वालिफिकेशन को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि सेमीफाइनल में जाने वाली टीमों का फैसला इस आधार पर होना चाहिए कि आपने बड़ी टीमों को किस तरह से हराया है ना कि इस आधार पर होना चाहिए कि कमजोर टीमों को हराकर आपने अपना नेट रन रेट बेहतर कर लिया है। दीप दासगुप्ता के मुताबिक सभी टीमों को बराबर मौका देने के लिए आईसीसी को सुपर 12 स्टेज के बाद क्वार्टरफाइनल भी कराना चाहिए।
दीप दासगुप्ता के मुताबिक जिस तरह का टी20 वर्ल्ड कप 2021 का फॉर्मेट रहा है उससे वो खुश नहीं है। उन्होंने कहा है कि कुछ टीमें बेहतरीन प्रदर्शन करने के बावजूद टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान उन्होंने ये प्रतिक्रिया दी। उन्होंने वर्तमान फॉर्मेट में कुछ बदलाव की बात कही है। दीप दासगुप्ता ने कहा "मेरे हिसाब से सेमीफाइनल का क्वालीफिकेशन इस बात पर निर्भर होना चाहिए कि आप टॉप टीमों को किस तरह से हराते हैं और कमजोर टीमों को कितनी बुरी तरह से हराते हैं। एक ग्रुप से तीन टीमों को जाना चाहिए और इसके बाद क्वार्टरफाइनल का आयोजन होना चाहिए।"
दो टीमें डायरेक्ट क्वालीफाई करें और दो टीमें क्वार्टरफाइनल खेलें - दीप दासगुप्ता
दीप दासगुप्ता ने आगे कहा "टॉप दो टीमों को सेमीफाइनल में डायरेक्ट जाना चाहिए और उसके बाद दो टीमें क्वार्टरफाइनल खेल सकती हैं। इस तरह के राउंड में केवल दो ही दिन एक्स्ट्रा लगेंगे जो मेरे हिसाब से किया जा सकता है। इससे होगा कि आप सिर्फ एक मैच हारने की वजह से टूर्नामेंट से बाहर नहीं होंगे।"
आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका की टीम टी20 वर्ल्ड कप में चार मैच जीतने के बावजूद सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गई।