ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा (Deepti Sharma) ने बुधवार, 16 जनवरी को दक्षिण अफ्रीका में खेले जा रहे टी20 वर्ल्ड कप में खास उपलब्धि अपने नाम की, जो अभी तक कोई भी भारतीय पुरुष या महिला गेंदबाज हासिल नहीं कर पाई है। दीप्ति ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन विकेट चटकाए और अपने करियर के 100 टी20 विकेट भी पूरे किये। इस तरह वह भारत के लिए सबसे छोटे प्रारूप में 100 विकेट लेने वाली पहली गेंदबाज बनीं। हालाँकि, इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने कहा कि व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल करने के बारे में जोर देने के बजाय अपनी टीम के प्रदर्शन पर अधिक ध्यान केंद्रित करती हैं।
टी20 वर्ल्ड कप के अपने दूसरे मुकाबले में भारत ने वेस्टइंडीज को 6 विकेट से हराया और टूर्नामेंट की अपनी दूसरी जीत दर्ज की। पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने स्टेफनी टेलर के 40 रनों की बदौलत 20 ओवर में 118/6 का स्कोर बनाया। टीम बड़ा स्कोर नहीं बना पाई इसके पीछे अहम वजह प्लेयर ऑफ़ द मैच दीप्ति शर्मा की घातक गेंदबाजी रही, जिन्होंने चार ओवर में 15 रन देकर तीन बल्लेबाजों को आउट किया और भारत के लिए 100 टी20 विकेट लेने वाली पहली गेंदबाज भी बनीं। शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया।
दीप्ति ने बताया अपनी शानदार गेंदबाजी का राज
मैच प्रेजेंटेशन सेरेमनी में दीप्ति शर्मा ने अपनी लाइन और लेंथ को लेकर बात की और साथ ही बताया कि वह टीम के नतीजे से खुश हैं। उन्होंने कहा,
मुझे अच्छा लग रहा है। मीटिंग में हमने जो चर्चा की और वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों के खिलाफ मेरी योजना थी, हम उसे बीच में लागू करने में सफल रहे। यह मील का पत्थर है और मैं इस उपलब्धि (टी20 अंतरराष्ट्रीय में 100 विकेट लेने वाली पहली भारतीय) से खुश हूं। मैं वर्ल्ड कप के बाकी मैचों पर ध्यान दे रही हूं। इस पिच पर थोड़ा टर्न आता है और मैं स्टंप टू स्टंप गेंदबाजी पर ध्यान देती हूं।