पिछले कुछ समय से प्रज्ञान ओझा लगातार भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। एक समय वो भारतीय टीम के नियमित सदस्य हुआ करते थे और टीम के मुख्य स्पिनर थे। लेकिन गेंदबाजी एक्शन पर सवाल उठने के बाद से ही वो टीम में जगह खो बैठे। हालांकि उन्हें मामले में जल्द ही क्लीन चिट मिल गई लेकिन भारतीय टीम में वापसी के लिए वो अब भी संघर्ष कर रहे हैं। 3 साल से भी ज्यादा का समय हो गया है जब ओझा ने भारतीय टीम के लिए कोई मैच खेला था। वहीं आईपीएल का भी वो नियमित हिस्सा नहीं रहे। हालांकि विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने गेंदबाजी अच्छी की। 9 मैचों में ओझा ने 15 विकेट चटकाए। इससे पहले सैय्यद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में भी उन्होंने 4 मैचों में 7 विकेट चटकाए थे। लेकिन इसके बावजूद वो देवधर ट्रॉफी में अपना स्थान पक्का नहीं कर सके।