वेस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगुआ के पहले टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन ने पहली पारी में शतक भी लगाया और फिर दूसरी पारी में गेंदबाजी करते हुए सात विकेट लेकर भारत को एक बड़ी जीत दिलाई। भारत ने वेस्टइंडीज को पहले टेस्ट में एक पारी और 92 रनों से हराया और ये भारत की विदेशों में हासिल की गई बड़ी जीतों में एक है। अश्विन एक ही टेस्ट में शतक और पांच विकेट का कारनामा दो बार करने वाले पहले भारतीय ऑलराउंडर बन गए हैं। अश्विन ने इस मैच में छठे नंबर पर बल्लेबाजी की और अपना तीसरा टेस्ट शतक लगाया। उन्हें इस टेस्ट में मैन ऑफ़ द मैच भी चुना गया। अपने इस बेहतरीन प्रदर्शन के बाद अश्विन ने bcci.tv से बात करते हुए कहा कि उन्हें बड़ा आश्चर्य हुआ जब आठवें नंबर की बजाय छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए बोला गया। कप्तान विराट कोहली ने उनपर भरोसा किया और उनका हौसला भी बढ़ाया। अश्विन ने ये भी कहा कि आपके पास नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए शतक बनाने का ज्यादा मौका रहता है। सर गैरी सोबर्स और इयान बॉथम के बाद अपने घर में और घर से बाहर शतक और पांच विकेट का कारनामा करने वाले अश्विन तीसरे ऑलराउंडर बने हैं। दोनों महान खिलाड़ियों से अपनी तुलना पर अश्विन ने कहा कि वो दोनों काफी बड़े खिलाड़ी हैं और उनके साथ अभी मेरा नाम नहीं जोड़ना चाहिए। अश्विन ने ये भी कहा कि वो भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर पांच विकेट लेना चाहते थे और इसके लिए उन्हें पांच साल लग गए। ये उपलब्धि हासिल करके उन्हें काफी ख़ुशी हो रही है। अश्विन ने कोच अनिल कुंबले की भी तारीफ करते हुए कहा," अनिल भाई के ड्रेसिंग रूम में होना हमारे लिए काफी बड़ी बात है। उन्होंने मुझे गेंदबाजी के दौरान अपनी गति पर नियंत्रण करने को कहा था।" मैन ऑफ़ द मैच की रेस में अश्विन के साथ पहली पारी में दोहरा शतक लगाने वाले कप्तान विराट कोहली भी थे। इस बारे में अश्विन ने कहा," मेरे हिसाब से विराट कोहली भी मैन ऑफ़ द मैच के उतने ही हक़दार थे। अगर मैं सिर्फ पांच विकेट लेता या न भी लेता तो ये अवॉर्ड मैं उनके साथ साझा कर लेता। लेकिन शतक के बाद सात विकेट लेकर मैं इस रेस में उनसे थोड़ा आगे निकल गया। लेकिन जिस तरह की शानदार फॉर्म में वो चल रहे हैं, मुझे विश्वास है कि इस दौरे में वो एक न एक मैन ऑफ़ द मैच अवॉर्ड जरुर ले जाएँगे।"