घरेलू क्रिकेट में लम्बे समय तक खेलने वाले मध्य प्रदेश के स्टार बल्लेबाज देवेन्द्र बुंदेला ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। 41 वर्षीय खिलाड़ी का प्रथम श्रेणी करियर 22 साल लम्बा चला। मध्य प्रदेश के लिए उन्होंने अंतिम मैच 2017-18 रणजी ट्रॉफी के लिए क्वार्टरफाइनल के लिए खेला था। इसमें दिल्ली विपक्षी टीम थी और प्रथम श्रेणी क्रिकेट में इसी मैच में बुंदेला ने दस हजार रन का आंकड़ा प्राप्त किया था। यह मैच दिल्ली ने जीता था। प्रथम श्रेणी क्रिकेट के इस दिग्गज ने सबसे पहले 1995 में अंडर 19 भारतीय टीम से खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया का सामना किया था। इसी वर्ष उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी डेब्यू कर लिया था। 164 प्रथम श्रेणी मैचों में इस खिलाड़ी के नाम 10004 रन हैं, इस दौरान उनका औसत करीबन 44 का रहा। उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 26 शतक और 54 अर्धशतक जमाए। लिस्ट ए में भी बुंदेला ने 82 मैच खेलकर 2299 रन बनाए हैं, इसमें उन्होंने 1 शतक और 13 अर्धशतक जमाए हैं। अपने राज्य मध्य प्रदेश के लिए 7 वर्ष तक कप्तानी करने वाले बुंदेला ने टीम के बल्लेबाजी क्रम में कई सालों तक अहम भूमिका निभाई लेकिन कभी राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं बना पाए। 2 दशक से भी अधिक समय तक एमपी के साथ जुड़े रहने के बाद भी उन्हें रणजी ट्रॉफी उठाने का अनुभव नहीं हुआ। 1998-99 में एमपी की टीम रणजी ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाने में सफल रही थी लेकिन कर्नाटक से शिकस्त का सामना करना पड़ा। अपने जमाने में उन्होंने कई शानदार पारियां खेली।