बांग्लादेश में जारी ढाका प्रीमियर लीग भारतीय खिलाड़ियों के खेलने के कारण अभी काफी चर्चा में है। हालाँकि अबाहानी लिमिटेड और प्राइम डोलेश्वर स्पोर्टिंग के बीच रविवार को खेला जा रहा मैच के अजीबोगरीब वजह से बीच में ही रोक दिया गया। अंपायरों के मैदान छोड़ कर चले जाने के कारण मैच को कल के लिए स्थगित कर दिया गया। ये घटना प्राइम डोलेश्वर की पारी के 16वें ओवर के दौरान हुई जब वो अबाहानी लिमिटेड के द्वारा दिए गए लक्ष्य का पीछा कर रहे थे। बाएं हाथ के स्पिनर सक़लैन साजिब की गेंद पर अंपायर गाजी सोहेल ने रकीबुल हसन को स्टंपिंग की अपील पर नॉट आउट दे दिया लेकिन इसके बाद अबाहानी के खिलाड़ियों ने इसका विरोध किया। उनके साथ उनके फैन्स भी अंपायरों को भला-बुरा कहने लगे जिसके बाद मैच रेफरी मोंटू दत्ता से सलाह करने के बाद दोनों अंपायर, गाजी सोहेल और तनवीर अहमद मैदान छोड़कर चले गए। अबाहानि लिमिटेड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नजमुल होसैन और लिटन दास की पारियों की बदौलत 191 का स्कोर बनाया था। जिसके जवाब में प्राइम डोलेश्वर ने 17 ओवरों में 59/2 का स्कोर बना लिया था। हालाँकि अंपायरों के मैदान से चले जाने के कारण उनकी पारी रुक गई। बाद में उन्हें डकवर्थ-लुईस के तहत नया लक्ष्य दिया गया लेकिन वो इसके लिए तैयार नही हुए। उनके कोच मिज़ानुर रहमान ने कहा कि मैच मौसम के कारण या हमारे कारण नही रोका गया तो फिर डकवर्थ-लुईस लगाने का सवाल ही नही है। जो हुआ वो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। अबाहानी लिमिटेड के कोच खालिद महमूद ने कहा कि इस मामले को अंपायरों ने तूल दे दिया। उन्हें परिस्थितियों को संभालना चाहिए था। प्राइम डोलेश्वर की टीम डकवर्थ-लुईस के लिए राज़ी नही हुई, इसमें कुछ भी गलत नही था। अब मैच कल होगा या नही होगा इस बात का फैसला बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड की स्टैंडिंग समिति, ढाका मेट्रोपोलिस क्रिकेट समिति लेगी। लेकिन ऐसी घटनाएं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बांग्लादेश का नाम ही खराब कर रही हैं और कुछ नही। दर्शकों का ऐसा व्यव्हार चिंता का विषय है।