श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांडीमल, कोच चंदिका हथुरुसिंघे और मैनेजर गुरुसिन्हा ने माना है कि उन्होंने खेल भावना के विपरीत कार्य किया है। यह आईसीसी आचार संहिता की धारा 2।3।1 के उल्लंघन के अंतर्गत आता है। आईसीसी ने एक रिलीज जारी करते हुए बताया है कि इन तीनों को 2 मैचों के लिए निलंबित किया जा सकता है। श्रीलंका की टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन मैदान पर उतरने में काफी देरी कर दी थी इसलिए आईसीसी उन पर कार्रवाई कर सकती है। आईसीसी के मुखिया डेविड रिचर्डसन ने तीनों को टीम के मैदान पर नहीं उतरने का दोषी मानते हुए चार्ज लगाए हैं। कप्तान दिनेश चांडीमल को पहले ही बॉल टैम्परिंग का दोषी मानते हुए एक मैच के लिए प्रतिबंधित किया जा चुका है। इनकी खेल भावना के विपरीत जाकर की गई हरकत की वजह से खेल 2 घंटे देरी से शुरू हुआ था। कप्तान चांडीमल को दोषी पाए जाने के बाद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ी के साथ खड़ा हो गया था। कप्तान ने भी अपनी गलती मानने से इंकार करते हुए एक मैच के प्रतिबन्ध के खिलाफ अपील की है। हालाँकि वे अब तीसरे टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे और उनके स्थान पर सुरंगा लकमल या रंगना हेरात में से कोई एक कप्तानी करेगा। चांडीमल पर एक मैच का बैन मैच रेफरी जवागल श्रीनाथ ने लगाया है। गौरतलब है कि गैर कानूनी तरीके से गेंद से छेड़छाड़ करने की वजह से अम्पायरों ने गेंद बदलने का फैसला लिया था और खेल शुरू होने से 10 मिनट पहले मेहमान टीम को बताया था। इसके बाद श्रीलंका की टीम ने मैदान पर उतरने से मना कर दिया था। अम्पायरों ने और सख्ती दिखाते हुए मेजबान वेस्टइंडीज की टीम को 5 रन पेनल्टी के तौर पर देने का ऐलान कर दिया था इसके बाद वे करीबन 2 घंटे बाद मैदान पर आने को राजी हुए तब खेल शुरू हो पाया। माइकल बेलोफ़ को ज्युडिशियल कमिश्नर नियुक्त कर दिया गया है और मामले की सुनवाई की जाएगी।