बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में पीछे चल रही श्रीलंकाई टीम ने अंत में शनिवार को खेले गए अंतिम मैच में 70 रनों से जीत दर्ज कर सीरीज 1-1 की बराबरी पर समाप्त की। दंबुला में हुआ दूसरा टेस्ट श्रीलंकाई पारी के बाद बारिश की भेंट चढ़ गया था, इसमें मेजबान टीम ने पहले खेलते हुए 311 रन बनाए थे, जबकि मेहमान गेंदबाज तस्कीन अहमद ने अंतिम ओवर में हैट्रिक ली थी।
कोलम्बो में हुए तीसरे वन-डे में दिनेश चांडीमल का अजीब रनआउट नियमों में संशोधन करने की पुरजोर मांग करता है। 49 रन पर खेल रहे चांडीमल कुसल मेंडिस के साथ तीसरे विकेट के लिए खेल रहे थे लेकिन वे आउट बेहद अनोखे तरीके से दिए गए। वे धीरे-धीरे स्ट्राइक छोर पर दौड़ते हुए दूसरा रन पूरा कर रहे थे तभी फील्डर ने जोरदार थ्रो पर कीपर ने गिल्लियां बिखेर दी और उन्हें तीसरे अम्पायर द्वारा क्रीज से बाहर पाया गया। हालांकि वे सही सलामत अपना बल्ला क्रीज में लेकर आ गए थे लेकिन जब थ्रो हुआ तब यह हवा में रह गया।
जब मुशफिकुर रहीम ने जब गिल्लियां उड़ाई तब दुर्भाग्य से चांडीमल के पांव भी हवा में ही थे। उनका आउट होना श्रीलंका के लिए शुभ संकेत नहीं था। वे अपने दिमाग का उपयोग कर आराम से अपना विकेट बचा सकते थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भारत से ताल्लुक रखने वाले तीसरे अम्पायर एस रवि ने अलग-अलग कोणों से रीप्ले देखने के बाद नियम के मुताबिक़ उन्हें आउट करार दिया।
गेंद आने से पहले बल्लेबाज अपनी क्रीज में बल्ला और पांव दोनों ला चुके थे लेकिन उन्होंने यह ध्यान नहीं दिया कि कीपर गिल्लियां उड़ा देगा और उन्हें पवेलियन की राह देखनी पड़ेगी। आईसीसी ने रनआउट के नियमों में शीघ्र बदलाव की बात कही है ऐसे में इस प्रकार के रनआउट के मामले सामने आने पर तुरंत इस पर काम करने की जरुरत है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आईसीसी आउट होने वाले मामलों पर क्या संशोधन करती है, इसमें रनआउट भी एक है और ऐसा कहा जा चुका है कि जल्द ही कुछ सुधार देखने को मिल सकते हैं।
Published 02 Apr 2017, 12:29 IST