क्रिकेट विश्व के कठिनतम खेलों में से एक है। इसमें बल्लेबाज को आउट करने के कई तरीके होते हैं।आप एक बल्लेबाज को बोल्ड, एल्बीडब्ल्यू, कीपर से कैच इसके अलावा आप बल्लेबाजी के दौरान खुद ही स्टंप्स पर लगी गिल्लियां उड़ाकर भी मैदान से बाहर जा सकते हैं। सोमवार को समाप्त हुई विजय हजारे ट्रॉफी में तमिलनाडु की ओर से बंगाल के खिलाफ खेलते हुए भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने भी कुछ ऐसा ही अनुभव प्राप्त किया। वे एक वाइड गेंद पर बल्ला विकेटों में मार बैठे और अपनी शतकीय पारी का खुद ही अंत कर लिया। मैच खत्म होने के बाद घटना के बारे में बात करते हुए कार्तिक ने कहा "यह दिलचस्प है, मैंने अभी तक मेरा विकेट नहीं देखा है। मैं कई तरीकों से से आउट हुआ हूं, इनमें रनआउट और अन्य तरीके शामिल है लेकिन मैंने कभी इन्हें नहीं देखा। मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा कि मैंने विकेटों पर बल्ला मारा है। मैं बहुत निराश हुआ था क्योंकि इसमें पांच रन भी मिले थे लेकिन मैं मैच के परिणाम को लेकर खुश हूं।" उल्लेखनीय है कि मोहम्मद शमी ने एक वाइड गेंद फेंकी, जो पीछे बाउंड्री से बाहर चली गई लेकिन कार्तिक इसे खेलने के प्रयास में बल्ला विकेटों पर अड़ाकर अपना विकेट फेंक गए। दिनेश कार्तिक लेग स्टंप से बाहर की इस गेंद पर अपना संतुलन खो बैठे थे। तमिलनाडु के लिए ख़ुशी की बात यह थी कि उन्हें इस गेंद पर पांच रन मिले मगर उन्हें अपने कप्तान का विकेट भी इस पर गंवाना पड़ा। मोहम्मद शमी गेंदबाजी के लिए 48वें ओवर में आए। इससे पहले भी वे 25 रन देकर तमिलनाडु के 3 बल्लेबाजों को पवेलियन भेज चुके थे। भारतीय तेज गेंदबाज इस गेंद पर अपना नियंत्रण नहीं रख पाए और लेग स्टंप से काफी बाहर फेंकी। विकेटकीपर भी अतिरिक्त रन रोकने में नाकामयाब रहे और गेंद बाउंड्री से बाहर चली गई। दिनेश कार्तिक ने कूल्हों को झुकाते हुए शॉट खेलने के प्रयास में अपना संतुलन खोया और विकेटों के पास पहुंच गए। बल्ला पूरी तरह घूमने के बाद अंत में विकेटों से टकरा गया।