भारतीय खिलाड़ी दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने अपने साथ खिलाड़ी और दोस्त रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को लेकर खुलासा किया है कि मौजूदा भारतीय कप्तान को हमेशा लगता था कि वह लाल गेंद के प्रारूप में योगदान दे सकते हैं। 2013 में टेस्ट डेब्यू करने वाले रोहित को लम्बे समय तक टेस्ट में कामयाबी नहीं मिली लेकिन 2019 में ओपनर बनते ही उन्होंने सफलता प्राप्त की और पिछले कुछ समय में उन्होंने घर और बाहर दोनों जगह रन बनाये हैं।
रोहित ने बतौर ओपनर 30 पारियों में 55.43 की बेहतरीन औसत से 1552 रन बनाये हैं। वह इंग्लैंड दौरे पर 2021 के चार मैचों में भारतीय टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी थे।
गुरुवार को क्रिकबज पर समर स्टेलेमेट शो में बोलते हुए, कार्तिक ने टेस्ट क्रिकेट में रोहित के संघर्ष को लेकर कहा,
उन्होंने (रोहित) कुछ के उत्तर ढूंढे हैं, और कुछ के उत्तर उन्हें नहीं मिले हैं। रोहित हमेशा मानते थे कि उनके पास टेस्ट क्रिकेट में योगदान देने के लिए कुछ है। मेरी बातचीत में उन्हें हमेशा लगता था कि शायद कुछ चीजें उनके मुताबिक नहीं जा रही हैं। कभी-कभी, उन्होंने एक या दो खराब शॉट या खेले लेकिन उन्हें विश्वास था कि वह वापस आएंगे। हालाँकि, वह उतनी तेजी से टेस्ट में सफल नहीं हुए और शायद उन्होंने यह समझ लिया कि उनके लिए सफ़ेद गेंद की क्रिकेट ही है।
रोहित शर्मा के टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत को लेकर भी दिनेश कार्तिक ने दी प्रतिक्रिया
रोहित शर्मा को 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू का मिला। यह सीरीज दिग्गज सचिन तेंदुलकर के करियर की आखिरी भी थी। रोहित ने अपने पहले ही टेस्ट में 177 रन की पारी खेलकर धमाकेदार शुरुआत की। इसके बाद अगले मुकाबले में उन्होंने नाबाद 111 रन बनाये थे और भारत की जीत में अहम योगदान दिया था। सभी को लगा था कि शायद तेंदुलकर का विकल्प मिल गया।
कार्तिक ने रोहित की डेब्यू सीरीज को याद करते हुए कहा,
मुझे नहीं लगता कि भारतीय दृष्टिकोण से टेस्ट क्रिकेट में रोहित की तरह सफल शुरुआत करने वाले कई लोग रहे हैं। अपने पहले दो मैचों में, उन्होंने शतक बनाए… और फिर सभी ने सोचा कि सचिन के संन्यास के बाद रोहित एक बड़ी चीज होने जा रहे हैं।