भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के तेज गेंदबाज उमेश यादव (Umesh Yadav) को लेकर विकेटकीपर खिलाड़ी दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि उमेश यादव ने काफी मुश्किलों का सामना अपने करियर के दौरान किया है। कार्तिक के मुताबिक किस तरह से इन सब चुनौतियों को पार पाते हुए उमेश यादव ने अपनी एक अलग पहचान बनाई।
उमेश यादव उन शीर्ष तेज गेंदबाजों में से एक रहे हैं जिन्होंने भारत की कई जीत में अहम भूमिका निभाई है। विदर्भ के तेज गेंदबाज ने 2011 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और वह घरेलू धरती पर 100 विकेट लेने वाले कुछ भारतीय गेंदबाजों में से एक हैं। हालांकि, कई बार उन्हें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा जैसे प्रमुख तेज गेंदबाजों के कारण प्लेइंग XI में मौका नहीं मिला है।
उमेश यादव को कई बार मुश्किलों का सामना करना पड़ा - दिनेश कार्तिक
उमेश यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में बेहतरीन रिवर्स स्विंग गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट लिए थे। कार्तिक उनकी बॉलिंग से काफी प्रभावित हुए थे। क्रिकबज्ज पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
आपको समझना होगा कि उमेश यादव की जड़ें क्या हैं। वो एक कोल माइनर के बेटे हैं। उन्होंने पुलिस में जाने की कोशिश की थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और फिर फास्ट बॉलिंग की तरफ उन्होंने अपना रुख कर लिया। 2008 में उन्होंने विदर्भ के लिए खेलना शुरू किया और 2010 में इंडियन टीम में जगह बना ली। काफी तेजी से वो आगे बढ़े। फिर एक सीमा तक वो आगे गए और वहां से आगे नहीं बढ़ पाए। जब किसी क्रिकेटर के साथ ऐसा होता है तो फिर आपको उसके लिए फील होता है। उन्हें भी दुख हुआ होगा
उमेश यादव को कई बार नजरंदाज किया गया और इससे वो दुखी जरुर हुए होंगे। कई बार आकर उन्होंने दो या तीन विकेट लिए लेकिन इसके बावजूद टीम में जगह नहीं बना पाए। उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। मेरे हिसाब से उनके लिए सबसे मुश्किल समय वो रहा होगा जब वो ऑक्शन में अनसोल्ड हो गए थे। इससे उन्हें काफी बुरा लगा होगा।